हरीश गुसाई  / अगस्त्यमुनि।  दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो। अगस्त्यमुनि के नाकोट ग्राम में श्री अगस्त्य मन्दिर के मठापति पं0 स्व0 अनसूया प्रसाद बेंजवाल की याद में उनकी पुण्य तिथि पर श्रीमद् भागवतमहापुराण ज्ञान यज्ञ कथा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। उनके पुत्र वर्तमान मठापति पं0 योगेश बेंजवाल एवं करण बेंजवाल द्वारा अपने पिता के पितृमोक्ष हेतु आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन व्यास पीठ पर विराजमान आचार्य नवीन सेमवाल ने कथा वाचन करते हुए कहा कि मनुष्य बाल्यावस्था से लेकर

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मृत्यु तक सांसारिक गतिविधियों में ही लिप्त होकर इस अमूल्य जीवन को नश्वर बना देता है। श्रीमद् भागवत ऐसी कथा है जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत होती है इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि समाज को नारी, ब्राह्मण एवं गरीब का हमेशा सम्मान करना चाहिए। इतिहास गवाह है कि जिसने भी इनका सम्मान नहीं किया उनका सर्वनाश हुआ है। इस अवसर पर कुल पुरोहित पं0 आदित्यराम वशिष्ठ, पं0 हिमांशु वशिष्ठ, पं0 रमेश चन्द्र वशिष्ठ, पं0 कपिल वशिष्ठ, मायाराम थपलियाल एवं सूरज जमलोकी द्वारा पूजन जप इत्यादि किया जा रहा है। इस अवसर पर पं0 अनिल बेंजवाल, वीरेन्द्र दत्त बेंजवाल, अरूण बेंजवाल, सुनील बेंजवाल, योगेश बेंजवाल, सुशील बेंजवाल, करन बेंजवाल, रजत थपलियाल , विपिन रावत, सुनील शुक्श्रीला, नन्द जमलोकी, हर्षवर्धन बेंजवाल, प्रेम सिंह सजवाण, सुशील भट्ट, प्रकाश बड़वाल, कालिका मलासी, नत्था सिंह नेगी, वीरेन्द्र रावत, भगत सिंह बिष्ट, सहित सभी बेंजवाल परिवार मौजूद रहे।