दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज। रुद्रप्रयाग जनपद के क्रौंच पर्वत स्थित भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर में 25 एवं 26 नवंबर से दो दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेला शुरू होगा। इस अवसर पर स्थानीय महिला मंगल दल एवं संस्कृति विभाग उत्तराखंड द्वारा भजन संध्या आयोजित किए जाएंगे।

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कार्तिकेय मंदिर समिति के अध्यक्ष शत्रुघन सिंह नेगी ने बताया कि 25 नवंबर को प्रात: 7 बजे से मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू होगी। इसके बाद अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। श्रद्धालु शाम पाँच बजे भगवान कार्तिक स्वामी का जलाभिषेक करेंगे। जबकि रात्रि 8 बजे से चमोली व रुद्रप्रयाग जिले सीमांत गांवों के महिला व युवक मंगल दल मंदिर में कीर्तन भजन प्रस्तुत करेंगे। रात्रि 9 बजे से 12 बजे और पुन: 3 बजे से अगले दिन प्रात: 6 बजे तक चारों पहर भगवान कार्तिकेय, शिव और पार्वती सहित 33 कोटी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर आह्वान किया जाएगा। दिनांक 26 नवंबर को उत्तराखण्ड संस्कृति विभाग देहरादून द्वारा नामित सांस्कृतिक दल एवं भजन गायकों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा श्री कार्तिकेय मंदिर समिति के सचिव बलराम नेगी, प्रबंधक पूर्ण सिंह, विक्रम सिंह, राकेश नेगी ने बताया भगवान कार्तिकेय स्वामी रुद्रप्रयाग व चमोली जिले के 360 गांवों के आराध्य हैं। ग्रामीणों के सहयोग से मंदिर में विगत 90 वर्षों से बैकुंठ चतुर्दशी का महापर्व मनाया जाता रहा है। यहाँ निसंतान दंपत्ति संतान प्राप्ति की कामना के लिए खड़ा दिया पूजन करते है। भक्ति भाव से की गई यह पूजा शत प्रतिशत फल देती है। फिलहाल पंजीकरण व्यवस्था को बंद कर दिया है बावजूद निसंतान दंपत्ति अपनी स्वेच्छानुसार क्रौंच पर्वत में खड़ा दिया रखकर अपने मनकामना व्रत को कर सकते है। मेले के अंतिम दिन मंदिर समिति की ओर से विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा।