दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज। । जनपद स्तरीय 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन शनिवार को राबाइका अगस्त्यमुनि में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य अउइका अगस्त्यमुनि हरेन्द्र सिंह बिष्ट, विशिष्ट अतिथि प्रधानाचार्य राइका कमसाल मित्रानन्द मैठाणी तथा प्रधानाचार्य चिल्ड्रन एकेडमी इ.का.अगस्त्यमुनि हरिपाल कण्डारी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

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बाल वैज्ञानिक को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि हरेन्द्र बिष्ट ने कहा कि आज का आधुनिक दौर विज्ञान और तकनीकी का है, जिसके लिए निरंतर शोध, अविष्कार और रचनात्मक जरूरी है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों और चयनित बाल वैज्ञानिकों को राज्य स्तर में प्रतिभाग करने के लिए शुभकामनाऐ दी। विशिष्ट अतिथि मित्रानन्द मैठाणी ने कहा कि यह प्रतियोगिता अन्य विज्ञान प्रतियोगिताओं से भिन्न है, इसमें प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान नहीं निकाला जाता बल्कि बाल वैज्ञानिकों को शोध पत्र को देखते हुए चयन किया जाता है।विशिष्ट अतिथि हरेन्द्र कण्डारी द्वारा प्रतियोगिता में भाग ले रहे बाल वैज्ञानिकों को शुभकामनाऐं प्रेषित करते हुए शोध कार्यो के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष एवं जिला समन्वयक महावीर रावत एवं जिला अकादमिक समन्वयक श्रीमती लक्ष्मी रावत द्वारा बाल वैज्ञानिकों एवं मार्गदर्शक शिक्षकों को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं शोध पत्र तैयार की जानकारी दी गई। प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में जनपद के तीनों विकासखंडों से 30 बाल वैज्ञानिकों तथा 17 मार्गदर्शक शिक्षकों द्वारा तैयार 19 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। जिनमें से जूनियर वर्ग से दो व सीनियर वर्ग से सात शोध पत्र राज्य स्तर के लिए चयनित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य राबाइका अगस्त्यमुनि श्रीमती रागनी नेगी और संचालन श्रीमती कुसुम भट्ट द्वारा किया गया।