दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज। । रविवार रात पौने सात बजे करीब अगस्त्यमुनि पठालीधार सड़क मार्ग पर गंगानगर से महज 300 मीटर अचानक एक मैक्स अनियंत्रित होकर सड़क के पैराफिटों को तोड़ते हुए मंदाकिनी नदी में जा गिरी। गाड़ी गिरने की जोरदार आवाज से नदी पार जवाहरनगर मुहल्ले में रहने वाले शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण घर से बाहर निकल आए। नदी के पानी में समायी मैक्स की हेड लाइट जलती दिखी। आनन फानन में नदी की ओर दौड़े, इस छोर पर पानी की बहाव तेज था, सो दूसरे किनारे से दुर्घटना

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वाली जगह पर जाने का निर्णय लिया। बेटे को 100 नंबर डायल करने को कहकर नजदीकी बगल पड़ोसी शिक्षक विक्रम सिंह झिंक्वाण और केडीएस रेस्टोरेंट के मालिक दुर्गेश कण्डारी को लेकर गंगानगर होते दुर्घटना स्थल की ओर,दौड़ पड़े। नदी में गिरी गाड़ी से बचाने की आवाज सुनाई दी। सड़क से नदी की ओर जाने के लिए रास्ता नहीं था लेकिन घास-फूस पकड़कर जान हथेली पर रख शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण गाड़ी के पास पहुंचे। उन्हें आया देख गाड़ी में फंसे शख्स ने भैजी मैं तै भेर निकाला, मैं बचाव कहकर चीखना शुरू कर दिया। त्रिलोक सिंह जगवाण ने दस्तक पहाड न्यूज को बताया कि नदी में पानी छोड़ा हुआ था लेकिन मैं किसी तरह ठंडे पानी में कूद गया, और मैक्स में फंसे शख्स को किसी तरह बाहर खीचा। उसकी कमर में चोट लगी थी और ठंडे पानी में जादा देर तक रहने से बुरी तरह से कांप रहा था, गाड़ी के अंदर से खींचते हुए मैंने उसे दिलासा देते हुए बोला चिंता मत करो तुम बच गए हो। दरअसल इस मैक्स चालक के लिए शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण देवदूत बनकर ही पहुंचे थे। थोड़ी भी देर होती तो ड्राइवर गहरी चोट और ठंडे पानी में रहने से हादसे का शिकार बन सकता था। वाहन चालक को सुरक्षित बाहर निकालने के काफी बाद पुलिस भी मौके पर पहुँची। बाद में पुलिस दल द्वारा चालक को हास्पिटल पहुंचाया गया। वाहन चालक की पहचान ग्राम सिल्ला बमणगाव निवासी कपिल के रूप में हुई है, इस हादसे में उसे गहरी चोट लगी है लेकिन इस भीषण हादसे में वह बाल बाल बच गया है। शिक्षक समाज का दर्पण होता है और यह बात शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण के इस बचाव कार्य पर भी लागू होती है। उन्होंने तात्कालिक परिस्थितियों को भांपते हुए पुलिस का इंतजार करने तक बचाव कार्य को अंजाम देना बेहतर समझा और जान जोखिम में डालकर नदी के ठंडे पानी में कूद कर वाहन चालक की जान बचा दी। इससे पूर्व भी वो ऐसे कई बचाव कार्यो को अंजाम दे चुके है। गंगानगर सड़क के इस हिस्से पर रात को ऐसी कई घटनाए होती है, पिछले कुछ समय पूर्व कुछ जानवर भी सड़क से नदी की ओर गिर गए थे जिन्हे बचाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। हालांकि यह बचाव कार्य वो स्वतः चेतना से करते है, लेकिन दस्तक पहाड़ परिवार उनकी सूझबूझ, चेतना और जिंदगियों को बचाने की मुहिम को नमन करता है। ग्राम कण्डारा निवासी 51 वर्षीय त्रिलोक सिंह जगवाण वर्तमान में राजकीय इंटर कॉलेज चंद्रापुरी में जीव विज्ञान प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है।