दस्तक पहाड न्यूज / अगस्त्यमुनि अगस्त्य फुटबॉल कमेटी द्वारा अगस्त्यमुनि खेल मैदान में ओपन फुटबॉल टूर्नामेंट का शुभारंभ सीमांत अनुश्रवण परिषद उपाध्यक्ष चण्डीप्रसाद भट्ट द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खेल का जीवन में विशेष महत्व है। हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं और खेलों में हार जीत से अधिक महत्व प्रतिभाग का है। अगस्त्यमुनि मैदान खेल प्रतिभाओं के लिए हमेशा से वरदान रहा है। फुटबाल मैच इस मैदान की शान रहे है, ऐसे में प्रतिभाशाली खिलाड़ी को यहाँ बेहतर अवसर मिलता

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है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाऐ देते हुए कहा कि खेल भावना से आगे बढ़े, इससे जीवन को प्रेरणा मिलती है। खेल जीवन की गति को दर्शाते है और लक्ष्य के प्रति लगनशील बनाते है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अनूप सेमवाल ने आयोजक मण्डल का बधाई देते हुए कहा कि लम्बे समय से अगस्त्यमुनि खेल मैदान में फुटबॉल सम्बंधित गतिविधियां शून्य हो चुकी थी। खेल प्रेमियों द्वारा इस टूर्नामेंट का आयोजन करने का कदम खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन करेगा।  इस अवसर पर बाल संरक्षण आयोग सदस्य वाचस्पति सेमवाल, पूर्व प्रमुख प्रधान संगठन विक्रम नेगी, प्रधान डांगी बीना राणा ने प्रतिभागियों की हौसलाअफजाई की। अगस्त्य फुटबॉल कमेटी के अध्यक्ष राजेश बेंजवाल ने अतिथियों, खिलाड़ियों और अन्य सहयोगी बन्धुओं का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि जनसहयोग से यह आयोजन किया जा रहा है, अगस्त्यमुनि की पुरानी पहचान के लिए सभी का सहयोग मिल रहा है। इस प्रतियोगिता में राज्यभर की टीम प्रतिभाग कर रही है। पहले दिन के मैच में रुद्रप्रयाग और हल्द्वानी के बीच 4-0 और रुद्रप्रयाग-अगस्त्यमुनि पौड़ी में 2-0 के स्कोर पर सिमटा। इस अवसर पर एडवोकेट सुशील भट्ट सहित अगस्त्य फुटबॉल कमेटी के संरक्षक राजेंद्र सिंह नेगी, सचिव विजय बंगरवाल, कोषाध्यक्ष अरविंद गुसांई, उपाध्यक्ष दीपक बेंजवाल, नवीन बिष्ट, दलीप सिंह रावत, सौरभ बिष्ट, दिनेश बेंजवाल समेत बड़ी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद रहे।