दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज। । गंगानगर पठालीधार मार्ग की जानलेवा हालात पर सरकार का मौन और प्रशासन की तकनीकी दलील अब जनता के गुस्से का कारण बन सकती है। बीते बरसात में वाशआउट हो चुके गंगानगर पठालीधार सड़क मार्ग पर जिस वैकल्पिक मार्ग को स्वीकृति मिली थी उसे विभागों के तकनीकी दाँवपेचों में उलझा कर रख दिया है, ग्रामीण क्षेत्र में एक 'खास जनप्रतिनिधि' के दखल की भी चर्चा जोरों पर है, हालाँकि खुलेतौर पर अभी लोग कहने से कतरा रहे है लेकिन आने वाले बरसात में फिर वही हालात सामने

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आती है तो जनता का गुस्सा फूट सकता है। बता दें गंगानगर पठालीधार सड़क के लिए नये वैकल्पिक मार्ग को फलई गाँव से होकर ले जाये जाने की सहमति बन गई थी, जिस पर तत्समय काम शुरू होने के लिए जेसीबी भी पहुँचे लेकिन तकनीकी अड़चन का हवाला देकर काम रूकवा दिया गया और छः माह बीतने पर भी काम शुरू नहीं हो पाया है। चूँकि 27 जनवरी को सीएम का अगस्त्यमुनि दौरा प्रस्तावित है, ऐसे में प्रभावित जनता ने दौरे से पहले ही 23 जनवरी को गंगानगर में बैठक रखी है। बैठक का आवाहन करते हुए गंगानगर पठालीधार सड़क संघर्ष समिति से जुड़े जिलापंचायत सदस्य कुलदीप कण्डारी, प्रधान संगठन अध्यक्ष बिजयपाल राणा, क्षेपंस सावन नेगी, पू जिपंस बीरसिंह बुडेरा , पूर्व जिपंस बीरेंद्र बुटोला, कॉग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अगस्त्यमुनी हरीश गुसाई, कालीचरण सिंह, प्रधान डालसिंग आशादेबी भंडारी, प्रधान कौशलपुर पुष्पा चमोला, प्रधान दानकोट किमाना प्रमिला पवार, प्रधान स्युर बागर, जिपंस, रेखा बुटोला राणा, प्रधान डागी, प्रधान सिंघटा,सेवानृबित प्रधानाचार्य राजेंद्र पुरोहित, राकेश नौटियाल, पूर्व छात्र सघ अध्यक्ष हर्षप्रीतम नेगी ने समस्त क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से 23 जनवरी को ठीक 11 बजे गंगानगर अगस्त्यमुनि में गंगानगर, बसुकेदार, व जखोली, तिमली बड़मा मोटर मार्ग की स्थिति को देखते, विचारमंथन करना सुनिश्चित किया है। जनता का कहना है इस क्षेत्र में दो विधानसभा विधायकों की इस मोटर मार्ग पर आज तक क्या भूमिका रही उस पर भी विचार जानने की भी बात रखी है व समस्त क्षेत्रीय जनता महिला मगलदलों को बैठक मे आने हेतु गुजारिश की है।