विनोद नौटियाल ऊखीमठ।। ब्लॉक मुख्यालय ऊखीमठ के निकटवर्ती सेमला गाँव में 65 वर्षों बाद बग्डवाल नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। नृत्य को लेकर गांववासी खासे उत्साहित हैं, बग्डवाल देवताओं का आशीर्वाद लेने दूर दराज के गांवों से ग्रामीण सेमला गाँव पहुँच रहे। 5 फरवरी को बग्डवाल नृत्य का विधिवत समापन होगा। विगत 26 जनवरी से सेमला गाँव में ग्यारह दिवसीय बग्डवाल नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रमिला देवी त्रिवेदी ने बताया कि उनके जीवनकाल में पहली बार हो रहे इस आयोजन को लेकर सभी गांववासियों में उत्साह है, जिसके लिए प्रवासी ग्रामीणों के साथ ही धियांणियां भी गाँव पहुंची हुई हैं। वन पंचायत सरपंच देवेंद्र सिंह रावत के अनुसार 65 वर्षों के इस अन्तराल में बग्डवाल नृत्य के सभी पश्वा पहली बार नृत्य कर रहे हैं, खासकर युवा वर्ग दिलचस्पी के साथ भाग ले रहा है,जो कि

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हमारी पौराणिक विरासत के लिए भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।बग्डवाल पश्वा की प्रमुख भूमिका सुदीप सिंह रावत, नानू बग्डवाल महेशानन्द त्रिवेदी, सोभनू बलवंत चौधरी, सोभिनी विश्वनाथ त्रिवेदी (विक्की), पट्युड़्या बौराण दीपांशु रावत, स्याली भरणा सुमन पुष्पवान, हेमा मरछ्याण प्रेम सिंह कुंवर, मोलू कामिणी हर्षलाल, प्रमोद चाकर विनोद चौधरी, गम्भीर घट्वालू ओम प्रकाश त्रिवेदी निभा रहे हैं। बग्डवाल नृत्य समिति के अध्यक्ष प्रमोद चौधरी, कोषाध्यक्ष केशवानन्द त्रिवेदी एवं संजय त्रिवेदी ने बताया कि इस ग्यारह दिवसीय आयोजन में बग्डवाल नृत्य की बिभिन्न पौराणिक विधाओं का मंचन किया जा रहा है, समिति को महिला मंगल दल एवं कीर्तन मंडली द्वारा भी विशेष सहयोग दिया जा रहा है। इस अवसर पर महिला मंगल दल अध्यक्ष शर्मिला देवी, कीर्तन मंडली अध्यक्ष त्रितेश्वरी देवी,यशवंत चौधरी, अरविंद रावत, जयकृष्ण त्रिवेदी,प्रवीण त्रिवेदी, प्रियांशु रावत, जगदीश प्रसाद त्रिवेदी, पारेश्वर त्रिवेदी, मुकेश त्रिवेदी आदि मौजूद थे।