दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज।  महाशिवरात्रि भारत के पवित्र त्यौहारों में से एक बहुत बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है। साल की इस सबसे अंधेरी रात को महादेव की कृपा का उत्सव मनाया जाता है। केदार घाटी भगवान शिव की भूमि रही है, यहाँ के कण-कण में शंकर का वास माना जाता है, पौराणिक मान्यता है महर्षि अगस्त्य द्वारा ही भगवान शिव के प्रथम शिवलिंग की स्थापना हुई, और इसीलिए प्रथम शिवलिंग को अगस्त्येश्वर कहा गया। अगस्त्यमुनि की इस पौराणिक महत्ता को दिव्य भव्य रूप देने के उद्देश्य

Featured Image

से रामलीला कमेटी द्वारा प्रतिवर्ष शिवभक्तों के साथ शिवार्चन और शिवरात्रि उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। रामलीला कमेटी की आम बैठक में सर्वसम्मति से आयोजन को लेकर निर्णय लिया गया। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए रामलीला कमेटी के सचिव विक्की आनंद सजवाण ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर 7 मार्च को शिवभक्तों द्वारा पांच क्विंटल फूलों से श्री अगस्त्य मन्दिर को सजाया जाएगा। 8 मार्च को प्रातः शिवार्चन और रात्रि को रामलीला मैदान अगस्त्यमुनि में भव्य जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सुप्रसिद्ध लोकगायक दर्शन फरस्वाण, हेमा नेगी करासी, पम्मी नवल, महादेवा राहुल बिष्ट, विजय पंत के साथ केदारघाटी की सुप्रसिद्ध जागर गायिका रामेश्वरी भट्ट अपने भक्ति गीतों की प्रस्तुति देंगे। बैठक की अध्यक्षता रामलीला कमेटी के अध्यक्ष कमलेश जमलोकी द्वारा की गई। इस अवसर पर संरक्षक गंगाराम सकलानी, उपाध्यक्ष सौरभ बिष्ट, व्यवस्थापक बलदीप कण्डारी, डायरेक्टर सुशील गोस्वामी, व्यापार संघ अध्यक्ष त्रिभुवन नेगी, जिलाध्यक्ष कांग्रेस कुंवर सजवाण, आशीष माहेश्वरी, नवीन बिष्ट, गजेन्द्र रौतेला, ललिता रौतेला, उमा कैंतुरा, विनीता रौतेला आदि मौजूद रहे।