दस्तक पहाड न्यूज  / सिद्धसौड़।। विश्व शांति सद्भावना के उद्देश्य से सिद्धपीठ दुनगैरा मंदिर, सिद्धसौड़ में शनिवार प्रताः भव्य जलकलश शोभा यात्रा के साथ अष्टादश पुराण महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ हो गया। क्षेत्रवासियों द्वारा पुष्पवर्षा के साथ मंदिर प्रांगण में पुराणों का स्वागत किया गया। सिद्धपीठ दुनगैरा मंदिर के आचार्य देवी प्रसाद भट्ट, विलोचन भट्ट, प्रवीन भट्ट, बिपिन भट्ट द्वारा माँ दुनगैरा की पूजा अर्चना कर आयोजन की सफलतापूर्वक आयोजित होने की कामना की।

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अष्टादश पुराण के शुभारंभ पर सुप्रसिद्ध कथा वाचक जगदंबा प्रसाद उनियाल ने कहा कि धर्म तथा तीर्थों की रक्षा के लिए धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन आवश्यक हैं। धर्म के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सभी को आगे आने की आवश्यकता है। माँ दुनगैरा की यह सिद्धस्थली आलौकिक ऊर्जावान है, माँ की कृपा से ही इस आयोजन की संकल्पना साकार हुई है। उन्होंने कहा महापुराणों की दिव्य कथाओं का यह अनुष्ठान 1से11जून 2024 तक चलेगा, समस्त भक्तजन सादर आमंत्रित हैं। इस अवसर पर व्यास पीठ पर आचार्य अजय साडिल्य अग्नि पुराण,आचार्य दीपक ग्वाड़ी वायु पुराण, आचार्य विलोचन भट्ट देवी भागवत पुराण, आचार्य द्वारिका प्रसाद गौड़ गरूड पुराण, आचार्य गौरव कृष्ण मलवाल पदम पुराण, आचार्य अरविंद पुरोहित वाराह पुराण, आचार्य कालिका प्रसाद थपलियाल ब्रह्म पुराण, आचार्य दिवाकर डिमरी वामन पुराण, आचार्य राहुल कृष्ण उनियाल मत्स्य पुराण, आचार्य विकास भारद्वाज स्कन्द पुराण, आचार्य नवनीत डोभाल नारद पुराण, आचार्य महानंद मैठाणी पदम पुराण, आचार्य मनोज शास्त्री ब्रह्माण्ड पुराण, आचार्य शैलेंद्र कूर्म पुराण समेत विभिन्न पुराणाचार्यों द्वारा दिव्य कथा सुनाई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सिद्धसौड़, जखोली, बांद, कुरछोला, जखनोली, मुसाढुंग, मुन्नादेवल, धरियांज, किरोड़ा मरोड़ा, उत्तर्सू सहित बड़मा, सिलगढ़, फुटगढ़ पट्टी के विभिन्न गाँवों से श्रद्धालु कथाश्रवण करने पहुँचे।