अनसूया प्रसाद मलासी  / अगस्त्यमुनि। रविवार दोपहर पुराना देवल के पास काँवडि़यों की बाईक की जोरदार टक्कर होने से स्कूटी सवार दादा व नाती घायल हो गये। इन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि लाया गया। उनकी गंभीर स्थिति देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया है। [caption id="attachment_38253" align="alignnone" width="696"] घायल बालक[/caption]

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रविवार दोपहर में क्यूँजा घाटी के जाबरी गाँव निवासी 70 वर्षीय दिगपाल सिंह अपने नाती 17 वर्षीय अभिषेक के साथ अगस्त्यमुनि स्कूटी पर आ रहे थे। विजयनगर से पहले सामने से आ रही तेज रफ्तार बाइक ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। इसमें बाइक सवार भी नीचे गिर गये। राहगीरों ने तत्काल सभी को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भेजा। पुलिसने बाईक को थाने में खडी़ कर चालान कर दिया। [caption id="attachment_38254" align="alignnone" width="696"] घायल कावड़िया[/caption] बाइक से यात्रा पर लगे प्रतिबंध  उत्तराखंड में तीर्थाटन और पर्यटन आज आर्थिकी का एक बहुत बड़ा जरिया बन गया है । व्यावसायिक दृष्टि से कहें या रोजगार की दृष्टि से यह यहां के लोगों के लिए फायदेमंद सिद्ध हो रहा है ऐसे में अगर ब्यवसायी बन्धुओं को , सरकार को लाभ हो रहा है तो यहां तीर्थाटन व पर्यटन को प्रोत्साहन मिलना ही चाहिए ... बढ़ावा मिलना चाहिए । साथ ही यहां आने वाले तीर्थयात्रियों, पर्यटकों को भी सुविधा - सम्मान - सुरक्षा मिलनी चाहिए ताकि वे यहां से अच्छा अनुभव अपने साथ लेकर जाएं और देश - दुनिया मे इस क्षेत्र का ऊंचा नाम हो ।  इसके अलावा इस क्षेत्र का - यहां के लोगों का - उनकी जरूरतों का भी ध्यान रखा जाना जरूरी है । यात्रा सीजन में किसी को असुविधा न हो - इस क्षेत्र की प्रकृति - पर्यावरण को नुकसान न हो ... इसके लिए भी सोचा जाना जरूरी है । आजकल गढ़वाल क्षेत्र में कांवड़ यात्रा के चलते कई शिव भक्त केदारबाबा के दर्शन के लिए यहां आ रहे हैं । अच्छी बात है ... उनका भी स्वागत है । वे शान्तिपूर्ण ढंग से यहां आएं ... ईश्वर के प्रति अपनी आस्था, श्रद्धा, भक्ति दिखाएं तो उन्हें भी शान्ति और आनन्द का अनुभव होगा और यहां के लोगों के बीच भी अच्छा संदेश जायेगा । इसके लिए सभी श्रद्धलुओं से सर्व प्रथम यही निवेदन रहेगा कि कोई भी यहां बाइक से यात्रा न करें और अपने सभी सम्मानित प्रतिनिधियों से ... सरकार से भी निवेदन है कि उत्तराखंड में बाइक से यात्रा करने पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा दिया जाय । यह किसी भी दृष्टि से सही नहीं है ... न यात्रियों के लिये न इस क्षेत्र के लिये । झुण्ड में तेज रफ्तार से दौड़ते , शोर करते वाहन सवार किसी मुसीबत से कम नहीं हैं । यह यहां के लिये कतई सही नहीं है । इससे यहां के लोग भयग्रस्त हैं ... तनावग्रस्त हैं । इस पर रोक लगाई जानी जरूरी है । 🙏