दस्तक पहाड न्यूज / गौरीकुण्ड। श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर लिंचोली में सर्चिंग अभियान के दौरान एसडीआरएफ़ को चट्टान के नीचे दबे तीन शव बरामद हुए हैं,एसडीआरएफ़ के द्वारा बोल्डरो को हटाने के बाद शवों को निकालकर शिनाख्त के लिए स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया हैं।केदारघाटी में 31 जुलाई को आई भीषण आपदा के बाद से कई लोगो की लापता होने की सूचना हैं ,जिसके बाद से घाटी में एसडीआरएफ़ के द्वारा सर्चिंग अभियान जारी हैं।
एसडीआरएफ़ के उपनरीक्षक प्रेम सिंह ने बताया कि उन्हें कुछ मजदूरों द्वारा सूचना मिली कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर लिंचोली के पास मलबे में दबे हुए कुछ शव दिखाई दे रहे है।मजदूरों की सूचना के उपरांत एसडीआरएफ़ की टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुँचकर सर्चिंग अभियान चलाया गया,जहां मलबे और बोल्डरो के नीचे तीन शव दबे दिखायी दिये,जिसके बाद मजदूरों और एसडीआरएफ़ के जवानों ने बड़े बड़े बोल्डरों के नीचे दबे शवों को बाहर निकालकर जिला पुलिस के सुपर्द किया गया।जिला पुलिस द्वारा शवों की शिनाख्त की कार्यवाही की जा रही है।
लिनचोली के थारू कैंप के पास बड़े पत्थरो में दबा मिला शव, मलबे में अभी शवों के दबे होने की आशंका
तीसरे दिन रेस्क्यू एवं राहत कार्य के दौरान थारू कैंप के पास बड़े पत्थरो में दबे शव को निकला गया। जिसके पास से दो मोबाइल व अन्य सामग्री प्राप्त हुई है। शव की पहचान शुभम कश्यप निवासी सहारपुर के रूप में हुई है। शव व प्राप्त सामग्री को चौकी लिनचोली के सुपुर्द किया गया। तत्पश्चात टीम द्वारा मिसिंग लोगो की तलाश हेतु थारू कैंप, छोटी लिनचोली में सर्चिंग की गई। सर्चिंग के दौरान थारू कैंप में एक मोबाइल प्राप्त हुआ, जिसे चौकी लिनचोली के सुपुर्द कर दिया गाया है।