यूनिफाइड पेंशन स्कीम को बताया छल कपट,राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने जताया विरोध, OPS के लिए जारी रहेगा संघर्ष
1 min read29/08/2024 4:15 pm
अगस्त्यमुनि / दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की आवश्यक बैठक जिलाध्यक्ष अंकित रौथाण जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। अगस्त्यमुनि में हुई बैठक में जिसमें कर्मियों ने भारत सरकार के द्वारा 24 अगस्त 2024 को पुरानी पेंशन बहाली के संबंध में लगभग देश के लगभग 36 विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि मण्डल को वार्ता हेतु बुलाने पर आभार प्रकट किया। किन्तु एक तरफ जहां कर्मचारियों में माननीय प्रधानमंत्री जी के साथ बैठक से पूर्व एक उत्साह था उसको सरकार ने निराशाजनक स्थिति में खड़ा कर दिया है , सरकार के द्वारा ओ पी एस के स्थान पर यूनिफाइड पेंशन स्कीम का नया जाल फेंक कर कर्मचारियों के साथ छल कपट किया है जिसका संयुक्त मोर्चा की समस्त जिला कार्यकारिणी व ब्लॉक कार्यकारणी पुरजोर विरोध करती है और पुरानी पेंशन बहाली तक करती रहेगी । सरकार के फैसले से समस्त कर्मचारियों में बहुत बड़ा आक्रोश है। जहाँ कर्मचारियों को उम्मीद थी की उनको जी.पी.एफ. युक्त पेंशन सरकार द्वारा दी जाएगी। किन्तु ये कोई भी सुविधा इस व्यवस्था में नहीं दी गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 31 अगस्त तक सभी कर्मचारी काली पट्टी बांधकर यूपीएस का विरोध कर सरकार तक अपनी बात पहुचायेंगे।
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जिलाध्यक्ष अंकित रौथाण ने कड़े शब्दों में कहा कर्मचारियों की सिर्फ एक ही प्रथम व अंतिम मांग है पुरानी पेंशन बहाली। इससे कम किसी को कुछ भी मंजूर नहीं है पुरानी पेंशन की सभी शर्तें हूबहू लागू होने तक संगठन के शिक्षक/कर्मचारी आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। मोर्चा के गढ़वाल मंडल सचिव व राशिसं रुद्रप्रयाग के अध्यक्ष नरेश भट्ट ने कहा कि एनपीएस के दूसरे रूप में सरकार ने यूपीएस रूप का जाल फेंक कर कर्मचारियों को आपस में तोड़ने की कोशिश की है जो कि सरकार की सही मंसा नहीं है। राशिसं रुद्रप्रयाग के मंत्री आलोक रौथाण ने दो टूक कह कर सरकार को चेताया कि सरकार में बैठे माननीयों को देश में कर्मचारियों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए तथा माननीयों को तत्काल प्रभाव से खुद के समान पुरानी पेंशन कर्मचारियों के लिए बहाल करनी चाहिए जिससे देश में एक समानता का माहौल पैदा हो सके। मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष रणबीर सिन्धवाल ने कहा है की यदि सरकार पूर्व वाली पेंशन बहाली नहीं करती है तो सभी कर्मचारी एकजुट होकर उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकारों की होगी। मोर्चा के जिला संरक्षक शंकर भट्ट ने कहा कि जनप्रतिनिधियों एवं कर्मचारियों में अलग-अलग प्रकार की पेंशन की व्यवस्था से देश में अराजकता एवं भेदभाव का माहौल पैदा होगा जिसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। बैठक का संचालन मोर्चा के जिला मंत्री अंकुश नोटियाल ने किया। बैठक में ब्लॉक अगस्त्यमुनि, जखोली व उखीमठ के मोर्चा के पदाधिकारियों व अन्य वक्ताओं ने एक सुर में पुरानी पेंशन बहाली की मांग की तथा आक्रोश व्यक्त किया। साथ ही सर्वसम्मति से 1 अक्टूबर को जनपद के कर्मचारियों के द्वारा काला दिवस के रूप में जगह जगह रैली निकालकर यूपीएस का विरोध किया जाएगा। आज की बैठक में मोर्चा के जनपदीय मीडिया प्रभारी दुर्गा भट्ट, सीडीओ कार्यालय रुद्रप्रयाग से उपाध्यक्ष अंकित रावत व सुखबीर बिष्ट, ब्लॉक अध्यक्ष उखीमठ कैलाश गार्ग्य, मंत्री अजय भट्ट, ब्लॉक अगस्त्यमुनि के अध्यक्ष गिरिजेश सेमवाल, ब्लॉक जखोली के अध्यक्ष प्रवीण घिल्डियाल, मंत्री जयदीप शाह, पदमेंद्र कुमार, मनमोहन गुसाईं, महेंद्र थपलियाल, वीरेंद्र कुमार, हुकुम सिंह, सतेंद्र भंडारी, कुंवर सिंह नेगी, देवेंद्र कोटवाल, कमल सिंह नेगी, शिव सिंह नेगी सहित कई सदस्य उपस्थिति रहे।
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