हरीश गुसांई  / अगस्त्यमुनि। दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो। प्रधानाचार्य सीमित विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा निरस्त करने एवं सभी स्तर की शत प्रतिशत पद्दोन्नति की मांग को लेकर राशिसं आन्दोलन की राह पर है। इस सम्बन्ध में केन्द्रीय नेतृत्व ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए चरणबद्ध आन्दोलन का निर्णय लेते हुए जिलाध्यक्षों को तदनुसार कार्य करने के निर्देश जारी किए हैं। राशिसं के रूद्रप्रयाग जिलाध्यक्ष नरेश भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय नेतृत्व की

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प्रधानाचार्य सीमित विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा को निरस्त करने एवं सभी स्तरों की शत प्रतिशत पद्दोन्नति के सम्बन्ध में सरकार एवं विभाग के साथ कई दौर की वार्ताओं के बाद भी सकारात्मक परिणाम प्राप्त नहीं हुए हैं। उपरोक्त परिस्थितियों को देखते हुए संगठन ने सरकार/विभाग के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया है। 2 सितंबर 2024 से प्रारम्भ होने वाले कार्यक्रम के क्रम में पहले ब्लॉक स्तर पर ध्णरना प्रदर्शन किया जायेगा। जबकि 14 सितम्बर से आमरण अनशन प्रारम्भ किया जायेगा। आमरण अनशन हेतु जनपदों से क्रान्तिकारी सदस्यों की सूची 5 सितम्बर 2024 तक प्रांतीय कार्यकारिणी को सौंपी जानी है। जिलाध्यक्ष ने रूद्रप्रयाग जनपद के सभी ब्लॉकों के अध्यक्षों एवं पदाधिकारियों को ब्लॉक के ऊर्जावान क्रांतिकारी साथियों के नाम दिनांक 3 सितम्बर 2024 तक जिला कार्यकारिणी को प्रेषित करने को कहा है। जिससे सूची समयानुसार प्रांतीय कार्यकारिणी को प्रेषित की जा सके। हर ब्लॉक में होने वाले धरना एवं अनशन की शाखावार उपस्थिति प्रतिदिन सांय को जनपद कार्यकारिणी को प्रेषित करेंगे। सभी ब्लॉक अध्यक्ष/मंत्री अपने ब्लॉक में इस आन्दोलन का नेतृत्व करेंगे। समस्त ब्लॉक कार्यकारिणी उक्त आंदोलन कार्यक्रम का ध्यान पूर्वक अवलोकन कर अपने ब्लाक के समस्त विद्यालय शाखाओं एवं समस्त संघनिष्ठ सदस्यों तक प्रेषित करेंगे। आन्दोलन के क्रम में जनपद कार्यकारिणी अपने जनपद के सभी माननीय विधायकों, ब्लाक प्रमुखों एवं पंचायत प्रतिनिधियों का आभार एवं अभिनन्दन करेगी जिनके द्वारा उक्त प्रकरणों पर राजकीय शिक्षकों को अपना समर्थन पत्र जारी किया है। उन्होंने सभी कर्तव्यनिष्ठ साथियों से अनुरोध किया है कि वे दो सितम्बर से चरणबद्ध आन्दोलन को सफल बनाने के लिए अपना सहयोग प्रदान करेंगे।