हरीश गुसांई / अगस्त्यमुनि।दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो।मन्दाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेले के दूसरे दिन का उद्घाटन स्व0 शैलारानी रावत सामाजिक सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष शैलपुत्री ऐश्वर्य रावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर उन्होंने अपनी माता पूर्व विधायक स्व0 शैलारानी रावत को याद करते हुए कहा कि वे हमेशा क्षेत्र के विकास के लिए चिन्तित रहती थीं। मन्दाकिनी शरदोत्सव को नये आयाम देने के लिए हर सम्भव प्रयास करती रहती थीं। उनका मानना था कि यह मेला अगस्त्यमुनि केदारघाटी की संस्कृति की पहचान है। जिस बहुद्देशीय मंच पर यह

Featured Image

कार्यक्रम हो रहे हैं यह भी माताजी के सौजन्य से ही बना है। उन्होंने मेला कमेटी को हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया। कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी ने अगस्त्यमुनि में पार्किंग की घोषणा की है जो शीघ्र ही धरातल पर होगी। यहीं नहीं अगस्त्यमुनि के विकास के लिए वे स्वयं भी मुख्यमंत्री से मिलेंगे। उन्हें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मुख्यमंत्री उन्हें निराश नहीं करेंगै। उन्होंने स्व0 शैलारानी रावत सामाजिक सेवा ट्रस्ट के सौजन्य से मेला कमेटी को दो लाख रू0 का चेक प्रदान किया। कार्यक्रम अध्यक्ष निवर्तमान जिपंस शीला रावत ने कहा कि यह मेले हमारी संस्कृति के संवाहक ही नहीं बल्कि स्थानीय उत्पादकों को मंच भी प्रदान करता है। इससे पूर्व मेला कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन बेंजवाल ने मेले के इतिहास पर चर्चा करते हुए मेले के संस्थापक सदस्यों को याद किया। उन्होंने कहा कि अगस्त्यमुनि का खेल मैदान में स्टेडियम बनने के कारण वहां अन्य गतिविधियां सम्पन्न कराने में मुश्किलें आ रही हैं। जिसके लिए अगस्त्यमुनि में एक नया प्रदर्शनी मैदान होना आवश्यक है। जिसके लिए इसी मैदान से सटी भूमि औतखोटला नामक स्थान है जिस पर मैदान बनाया जा सकता है।   मंच संचालन कुसुम भट्ट एवं दीपेन्द्र बिष्ट ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर भाजपा जिला महामंत्री गम्भीर सिंह बिष्ट, मण्डल अध्यक्ष रीना अग्रवाल, पूर्व कनिष्ठ प्रमुख नर्वदा देवी, पूर्व प्रधान विजयलक्ष्मी पंवार, पुष्पा देवी, वरदेई देवी, मेला समिति के संयोजक विक्रम नेगी, महासचिव पृथ्वी पाल रावत, व्यापार संघ अध्यक्ष त्रिभुवन नेगी, मोहन रौतेला, राजेन्द्र भण्डारी, बलबीर लाल, माधुरी नेगी, विनीता रौतेला, उमा कैन्तुरा, सर्वेश्वरी रौथाण, चन्द्र सिंह नेगी, रोबिन चौधरी आदि रहे।