सुमित थपलियाल, देहरादून। विवाह और मांगलिक कार्यों के लिए इस वर्ष 50 दिन शुभ मुहूर्त रहेंगे। 14 जनवरी को मकर संक्रांति से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। इस बार जनवरी में तीन, फरवरी में नौ, मार्च में चार, अप्रैल में नाै, मई में 13, जून में चार, अक्टूबर में एक नवंबर में सात दिन मांगलिक कार्य के लिए शुभ माने जा रहे हैं। इसके लिए लोग मकर संक्रांति और बसंत पंचमी के लिए पंडितों को फोन कर रहे हैं।इसके अलावा अधिकांश वेडिंग प्वाइंट होटलों में भी दोनों तिथियों के लिए बुक‍िंग फुल हैं। बीते सात दिसंबर को खरमास शुरू हो गया था। 14 जनवरी को सूर्य देव मकर राशि में गोचर करेंगे। इसी दिन खरमास भी खत्म होगा। उत्तराखंड विद्वत सभा के अध्यक्ष आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार, उत्तरायण देवताओं का दिन होता है। 14 को मकर संक्रांति से विवाह, सगाई, मुंडन, नामकरण, जनेऊ जैसे धार्मिक

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कार्य शुरू हो जाते हैं। भगवान भास्कर का धनु व मीन राशि पर होने वाले संचरण को ज्योतिष शास्त्र में खरमास कहा गया है। धनु व मीन राशि का स्वामी बृहस्पति को माना जाता है। ये मांगलिक कार्य संग विवाह आदि के कारक माने जाते हैं। धर्मपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर के पंडित अरुण सती का कहना है कि 12 महीने में खरमास दो बार होता है। इसमें प्रथम मध्य दिसंबर से मध्य जनवरी जबकि दूसरा मध्य मार्च से मध्य अप्रैल तक रहता है। बीते साल में विवाह लग्न का अभाव रहा लेकिन इस बार काफी लग्‍न हैं।उन्‍होंने बताया क‍ि 14 मार्च से खरमास शुरू होगा जो 13 अप्रैल तक रहेगा। इस बीच शादियां नहीं हो सकेंगी। वहीं, 6 जुलाई एक नवंबर तक चातुर्मास के चलते अबूझ मूहुर्त छोड़कर मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा। ये हैं मांगलिक कार्य के दिन जनवरी- 14, 15, 16 फरवरी- 2, 3, 6, 7, 8, 13, 20, 21, 25 मार्च- 3, 5, 6, 7 अप्रैल- 14, 16, 18, 19, 20, 21, 22, 29, 30 मई- 1, 5, 6, 7, 8, 10, 13, 17, 18, 19, 24, 28 जून- 1, 2, 4, 7 अक्टूबर- 2 नवंबर- 22, 23, 24, 25, 27, 29, 30 दिसंबर - 4, 5 और 6