दस्तक पहाड न्यूज/ देहरादून।। उत्तराखंड में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को पेंशन का तोहफा मिल सकता है। उन्हें तीन हजार रुपये तक पेंशन मिल सकती है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में जल्द इसका प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।उत्तराखंड में अभी करीब 40 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं कार्य कर रही हैं, जबकि सात हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। अब सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को रिटायरमेंट के बाद सामाजिक, आर्थिक सुरक्षा के मद्देनजर पेंशन देने की तैयारी कर रही है। मंत्री रेखा आर्या ने बैठक में कहा कि प्रदेश रजत जयंती वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है और इस समय महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में यह अहम कदम साबित होगा।

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पेंशन योजना के लिए रखे तीन प्रस्ताव पेंशन योजना के लिए बैठक में अफसरों ने तीन प्रस्ताव सामने रखे। इनमें प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, नेशनल पेंशन स्कीम और अटल पेंशन योजना के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का अंशदान मिलाकर इस योजना को लागू किया जाएगा। तय किया गया कि इनमें से किसी एक योजना का चयन कर कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि यदि राज्य सरकार पेंशन योजना को लागू करती है तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तीन हजार रुपये तक पेंशन मिल सकती है। कई प्रदेशों में लागू है पेंशन योजना कई प्रदेशों में सरकारों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के सामाजिक सुरक्षा के मद्देनजर रिटायरमेंट पर पेंशन योजना का प्रावधान किया है। इनमें कर्नाटक, केरल, त्रिपुरा शामिल हैं। वहीं, कई प्रदेशों में रिटायरमेंट पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को एकमुश्त राशि भी दी जाती है। उत्तराखंड में भी रिटायरमेंट पर एक लाख रुपये देने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि अभी इसका प्रस्ताव तैयार नहीं हुआ है।