दीपक बेंजवाल  / दस्तक पहाड़ न्यूज।। अपना पेयजल श्रोत, अपनी पेयजल लाइन होने के बावजूद भी नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के मरघट तोक के पचास से अधिक परिवार कुछ लोगों की लापरवाही और छेड़ छाड़ से पेयजल की समस्या से जूझ रहे है। पेयजल समिति के अध्यक्ष अजीत रावत बताते है कि वर्ष 2016-17 में जिला योजना के अन्तर्गत चमराड़ा मरघट पेयजल योजना का निर्माण किया गया था, तब इस तोक के फलई ग्राम सभा में होने से ग्राम समिति इस पेयजल की रखरखाव कर रही थी। वर्ष 2012 में नगर पंचायत के परसीमन में मरघट वार्ड नं 3 का हिस्सा बना। जिसके बाद इस योजना पर कतिपय लोगों द्वारा निरन्तर छेड़खानी करने से पेयजल की व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है। वर्तमान में इस वार्ड के 50 से अधिक परिवारों के लिए यही एकमात्र पेयजल योजना है। सभी को नियमित पानी मिले इसके लिए इस योजना को जल संस्थान, जल निगम के अन्तर्गत

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लाने की आवश्यकता है। इसके लिए बीते वर्ष जुलाई माह में जिलाधिकारी के जनता दरबार में समस्या को रखा गया था। जिलाधिकारी के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों और नगर पंचायत द्वारा संयुक्त निरीक्षण कर जल संस्थान रूद्रप्रयाग को रखरखाव के लिए उचित पाया गया। लेकिन लंबा समय बीतने पर भी यह योजना विभाग के हैंडओवर नहीं हो पाई। जिससे तोक के पचास से अधिक परिवार पेयजल के गंभीर संकट से जूझ रहे है। पेयजल समिति के सचिव जयवर्धन शाह, सदस्य विजय मलासी, जगमोहन सिंह नेगी, नरेंद्र सिंह रावत, सुरेश कुमार आगरी, गोपाल भारती, डी एल मंगवाल ने डीएम रूद्रप्रयाग सहित विभाग से इस योजना के हैंडओवर और रख रखरखाव की गुहार लगाई है।