महाशिवरात्रि : जानें सही तिथि, चार प्रहर का मुहूर्त और जलाभिषेक का समय
1 min read25/02/2025 7:48 am
दस्तक पहाड न्यूज।।अगस्त्यमुनि।। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। हर साल फाल्गुन मास के फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग में मात्र जलाभिषेक करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और अपने साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं। इस बार चतुर्दशी तिथि दो दिन होने के कारण असंमजस की स्थिति बनी हुई है कि आखिर किस दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाना शुभ हो सकता है। आइए जानते हैं महाशिवरात्रि की सही तिथि, चार प्रहर के साथ जलाभिषेक का मुहूर्त और महत्व…
कब है महाशिवरात्रि 2025 – वैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 08 मिनट पर शुरू होगी और जिसका समापन 27 फरवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर होगा। आमतौर पर अधिकतर व्रत पर उदया तिथि का विशेष महत्व है। लेकिन महाशिवरात्रि में रात्रि के पूजन का विधान है इसलिए 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। बता दें कि इस साल शिव, सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ शश, मालव्य जैसे राजयोगों का निर्माण हो रहा है।
Advertisement

जलाभिषेक का मुहूर्त – महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करने का विशेष महत्व है। इस साल महाशिवरात्रि के दिन जलाभिषेक सुबह के समय से ही कर सकते हैं। पंचांग के अनुसार, इस दिन सुबह 6 बजकर 47 बजे से सुबह 9 बजकर 42 बजे तक रहेगा। इसके बाद सुबह 11 बजकर 06 बजे से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 बजे तक जल चढ़ाएं और फिर दोपहर 3 बजकर 25 बजे से शाम 6 बजकर 08 बजे तक भी जलाभिषेक किया जा सकता है। इसके साथ ही आखिरी जलाभिषेक का मुहूर्त 8 बजकर 54 मिनट पर शुरू होकर रात 12 बजकर 01 बजे तक रहेगा।
Read Also This:
प्रथम पहर पूजन का समय – 26 फरवरी को शाम 6 बजकर 19 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 26 मिनट तक
दूसरा पहर के पूजन का समय – 26 फरवरी को रात 9 बजकर 26 मिनट से 27 फरवरी को अर्धरात्रि 12 बजकर 34 मिनट तक
तीसरे पहर के पूजन का समय- 27 फरवरी को अर्धरात्रि 12 बजकर 34 मिनट से सुबह 3 बजकर 41 मिनट तक
चौथे पहर के पूजन का समय – 27 फरवरी को सुबह 3 बजकर 41 मिनट से सुबह 6 बजकर 48 मिनट तक।

खबर में दी गई जानकारी और सूचना से क्या आप संतुष्ट हैं? अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
जो करता है एक लोकतंत्र का निर्माण।
यह है वह वस्तु जो लोकतंत्र को जीवन देती नवीन
महाशिवरात्रि : जानें सही तिथि, चार प्रहर का मुहूर्त और जलाभिषेक का समय
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129









