जलस्रोतों एवं नदियों के पुनरोद्धार की दिशा में विभाग सुस्त , मुख्य सचिव ने लगाई फटकार
1 min read
24/04/20256:56 am
दस्तक पहाड़ न्यूज देहरादून।।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में सचिवालय में जलश्रोत एवं नदी पुनरोद्धार प्राधिकरण की उच्च अधिकार प्राप्त समिति की बैठक आयोजित हुई। इस दौरान बैठक में मुख्य सचिव ने बड़े प्रोजेक्ट न आने पर नाराजगी जताते हुए जलस्रोतों एवं नदियों के पुनरोद्धार की दिशा में सभी सम्बन्धित विभाग गंभीरता से कार्य करें। मुख्य सचिव ने कहा कि जिला स्तरीय कार्यकारी समितियों की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएं। उन्होंने सभी जनपदों में विकासखंड स्तर से 2 से 3 गांवों के जनप्रतिनिधि एवं इच्छुक लोगों को इसके प्रति जागरुकता के लिए मानसून से पूर्व कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पहले चरण में 200 ग्राम पंचायतों को कार्यशाला में शामिल किए जाने का लक्ष्य रखा जाए।
सीएस ने सभी सम्बन्धित संस्थानों को अपने लक्ष्य बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई और लघु सिंचाई विभाग को चेक डैम आदि बनाए जाने की दिशा में तेजी से कार्य किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए बजट की समस्या नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने SARRA को प्राप्त प्रस्तावों में से शीघ्र कार्य शुरू करने के भी निर्देश दिए।मुख्य सचिव ने नैनीताल एवं टिहरी जनपद द्वारा इस दिशा में अच्छे कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि बाकी जनपदों को भी जलस्रोतों के संवर्द्धन की दिशा में गंभीरता से कार्य करें। उन्होंने निर्देश दिए कि नदियों की मॉनिटरिंग के लिए सिंचाई अनुसंधान संस्थान रुड़की को नोडल एजेंसी बनाते हुए भूमिका एवं जिम्मेदारियां निर्धारित करते हुए एमओयू किया जाए।बैठक के दौरान अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी SARRA श्रीमती नीना ग्रेवाल ने प्रस्तुतीकरण दिया एवं अब तक किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर एपीसीसीएफ श्री कपिल लाल, सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, श्री कुमार यादव, श्री विनोद कुमार सुमन, जनपदों से जिलाधिकारी सहित सभी संबंधित विभाग एवं संस्थानों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।
देश और दुनिया सहित स्थानीय खबरों के लिए जुड़े रहे दस्तक पहाड़ से।
खबर में दी गई जानकारी और सूचना से क्या आप संतुष्ट हैं? अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
जलस्रोतों एवं नदियों के पुनरोद्धार की दिशा में विभाग सुस्त , मुख्य सचिव ने लगाई फटकार
दस्तक पहाड़ की से ब्रेकिंग न्यूज़:
भारत में सशक्त मीडिया सेंटर व निष्पक्ष पत्रकारिता को समाज में स्थापित करना हमारे वेब मीडिया न्यूज़ चैनल का विशेष लक्ष्य है। खबरों के क्षेत्र में नई क्रांति लाने के साथ-साथ असहायों व जरूरतमंदों का भी सभी स्तरों पर मदद करना, उनको सामाजिक सुरक्षा देना भी हमारे उद्देश्यों की प्रमुख प्राथमिकताओं में मुख्य रूप से शामिल है। ताकि सर्व जन हिताय और सर्व जन सुखाय की संकल्पना को साकार किया जा सके।
दस्तक पहाड़ न्यूज देहरादून।।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में सचिवालय में जलश्रोत एवं नदी पुनरोद्धार प्राधिकरण की उच्च अधिकार प्राप्त समिति की बैठक आयोजित
हुई। इस दौरान बैठक में मुख्य सचिव ने बड़े प्रोजेक्ट न आने पर नाराजगी जताते हुए जलस्रोतों एवं नदियों के पुनरोद्धार की दिशा में सभी सम्बन्धित विभाग
गंभीरता से कार्य करें। मुख्य सचिव ने कहा कि जिला स्तरीय कार्यकारी समितियों की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएं। उन्होंने सभी जनपदों में विकासखंड
स्तर से 2 से 3 गांवों के जनप्रतिनिधि एवं इच्छुक लोगों को इसके प्रति जागरुकता के लिए मानसून से पूर्व कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि
पहले चरण में 200 ग्राम पंचायतों को कार्यशाला में शामिल किए जाने का लक्ष्य रखा जाए।
सीएस ने सभी सम्बन्धित संस्थानों को अपने लक्ष्य बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई और लघु सिंचाई विभाग को चेक डैम आदि बनाए जाने की दिशा में तेजी
से कार्य किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए बजट की समस्या नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने SARRA को प्राप्त प्रस्तावों में से शीघ्र कार्य शुरू
करने के भी निर्देश दिए।मुख्य सचिव ने नैनीताल एवं टिहरी जनपद द्वारा इस दिशा में अच्छे कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि बाकी जनपदों को भी जलस्रोतों के
संवर्द्धन की दिशा में गंभीरता से कार्य करें। उन्होंने निर्देश दिए कि नदियों की मॉनिटरिंग के लिए सिंचाई अनुसंधान संस्थान रुड़की को नोडल एजेंसी बनाते
हुए भूमिका एवं जिम्मेदारियां निर्धारित करते हुए एमओयू किया जाए।बैठक के दौरान अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी SARRA श्रीमती नीना ग्रेवाल ने प्रस्तुतीकरण
दिया एवं अब तक किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर एपीसीसीएफ श्री कपिल लाल, सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, श्री कुमार यादव, श्री विनोद कुमार सुमन, जनपदों से जिलाधिकारी सहित सभी संबंधित विभाग एवं
संस्थानों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।