दस्तक पहाड़ न्यूज, अगस्त्यमुनि।। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में भीड़ प्रबंधन को लेकर इस बार धामी सरकार ने विशेष कार्ययोजना तैयार की है। धामों में अत्यधिक भीड़ बढ़ने या किसी आपदा की स्थिति में चारधाम जाने वाले श्रद्धालुओं को चिह्नित हॉल्टिंग प्वाइंट पर रोका जाएगा।इन स्थानों पर होटल, धर्मशाला, स्कूल, कॉलेज, कम्युनिटी सेंटर इत्यादि को चिह्नित कर लिया गया है। इसके साथ ही पार्किंग सहित अन्य सुविधाओं का ब्योरा भी जुटा लिया गया है। बीते वर्षों से सबक लेते हुए इस बार सरकार कोई रिस्क नहीं

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लेना चाहती है।इस बार ऐसा न हो, इसके लिए सरकार की ओर से पहले से तैयारी कर ली गई है। धामों में अत्यधिक भीड़ बढ़ने और आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को चिह्नित हॉल्टिंग प्वाइंट पर रोक दिया जाएगा।भीड़ प्रबंधन का यह कार्य राजधानी देहरादून में पटेल भवन में बनाए गए चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम से किया जाएगा। इसको लेकर उत्तराखंड पुलिस विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने कहा कि चारधाम यात्रा में भीड़ प्रबंधन को लेकर शासन स्तर पर निर्देश प्राप्त हुए थे।इसके क्रम में पटेल भवन में चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम की स्थापना कर ली गई, जो शीघ्र ही काम करने लगेगा। इसके साथ ही भीड़ प्रबंधन को लेकर भी कार्ययोजना तैयार की गई है। कंट्रोम रूम चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों से समन्वय बनाते हुए हुए कार्य करेगा। परिवहन अफसरों की टीम चारधाम यात्रा मार्ग पर उतारी चारधाम यात्रा मार्ग यातायात और यात्री सुविधाओं की पड़ताल के लिए सरकार ने परिवहन अधिकारियों की टीम को उतार दिया। परिवहन सचिव बृजेश संत ने चारधाम यात्रा रूट पर यातायात व्यवस्थाओं की निगरानी और अध्ययन के लिए सरकार ने परिवहन विभाग की तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है।उपायुक्त-परिवहन राजीव मेहरा की अगुआई में बनी टीम में चारधाम यात्रा के नेाडल अफसर देहरादून के आरटीओ-प्रशासन संदीप सैनी और पौड़ी के आरटीओ द्वारका प्रसाद भी इस टीम में है। शनिवार को टीम केदारनाथ रूट पर रवाना हो गई। कहां कितने हॉल्टिंग प्वाइंट जिला संख्या यात्री क्षमता देहरादून 14 3.5 हजार से अधिक हरिद्वार 08 20 हजार से अधिक पौड़ी 03 5 हजार से अधिक रुद्रप्रयाग 10 30 हजार करीब चमोली 04 10 हजार से अधिक टिहरी 01 200 से अधिक उत्तरकाशी 18 23 हजार से अधिक रूट डायवर्जन प्वाइंट चिह्नित किए जाएंगे एसएसपी अजय सिंह ने आगामी चारधाम यात्रा में वाहनों का दबाव बढ़ने की स्थिति में रूट डायवर्जन प्वाइंट चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यात्रा मार्गों पर साइन बोर्ड लगाने के लिए भी कहा। एसएसपी ने शनिवार को शिमला बाईपास नया गांव में यात्री रजिस्ट्रेशन सेंटर और होल्डिंग एरिया का निरीक्षण किया। घिसे टायरों वाले वाहनों से ना करें चारधाम यात्रा देहरादून। सरकार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों और ड्राइवरों के लिए सुझाव पत्र बनाया है। यात्रियों से अपील है कि वह ऐसे वाहनों से यात्रा ना करें, जिनके टायर घिसे या रिट्रेटेड हों। ड्राइवरों को चप्पल पहनकर वाहन नहीं चलाने की सलाह दी है। यह जानकारी यात्रा के नोडल अधिकारी एवं आरटीओ देहरादून संदीप सैनी ने दी है। पार्किंग के स्थान चिह्नित चारधाम यात्रा मार्ग पर हॉल्टिंग प्वाइंट के अलावा जिलों में पार्किंग भी चिह्नित कर ली गई हैं। इसके तहत दून में 28, हरिद्वार में 17, पौड़ी में 13, रुद्रप्रयाग में 18, चमोली में 31, टिहरी गढ़वाल में 23, उत्तरकाशी में 04 पार्किंग चिह्नित की गई हैं। 136 पार्किंग में साढ़े आठ हजार बड़े वाहनों और साढ़े 45 हजार छोटे वाहनों को पार्क किया जा सकेगा। चारधाम जाने वाले एक-एक वाहन की चेकिंग होगी देहरादून। चारधाम यात्रा पर जाने वाले एक-एक वाहन की चेकिंग होगी। वाहन के पूरी तरह फिट और दस्तावेज वैध होने के बाद ही यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी। आरटीओ संदीप सैनी के अनुसार, परिवहन विभाग ने यात्रा से पहले ही चेकपोस्ट शुरू कर दी है।परिवहन विभाग ने तपोवन, भद्रकाली, कटापत्थर और कुठालगेट चेकपोस्ट चालू कर दी है। यहां एक-एक वाहन को चेक करने के बाद यात्रा पर भेजा जाएगा। इस बार रायवाला स्थित सत्यनारायण मंदिर के पास भी चेकपोस्ट बनाई जा रही है। यह चेकपोस्ट 28 अप्रैल से चालू होगी। यहां वाया देहरादून यमुनोत्री धाम जाने वाले वाहनों की चेकिंग की जाएगी। बताया कि पुलिस फोर्स और आरटीओ की टीमें यात्रा रूट पर दिन-रात में तैनात रहेगी और गाड़ियों की सघन चेंकिग भी की जाएगी।