दस्तक पहाड़ न्यूज, अगस्त्यमुनि।। नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के विजयनगर और अगस्त्यमुनि वार्ड की सीमा पर बन रहे इण्टरलाक टायल मार्ग के निर्माण कार्य को लेकर नगर पंचायत की कार्यशैली विवादों में आ गयी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पंचायत के गठन के बाद हर कार्यकाल में यह रास्ता बनाया जाता है और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। पहले तो यह कार्य उच्च गुणवत्ता का बताकर ठेकेदार का भुगतान कर अपनी पीठ खुद थपथपाई जाती है। और एक वर्ष बाद इसी काम में खामियां निकालकर फिर से तोड़फोड़ कर सरकारी पैसे

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का खुर्द-बुर्द शुरू हो जाता है। राहगीरों का मानना है कि या तो इस रास्ते में सारी इन्जिनियरिंग फेल हो रही है या फिर मरम्मतीकरण के नाम पर लगातार जनता के टैक्स के पैसा ककी बर्बादी कर यह रास्ता नगर पंचायत के लिए दुधारी गाय बना हुआ है। दरअसल नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के विजयनगर वार्ड में सड़क से जाने वाले एक वर्ष पूर्व बने इस मार्ग रास्ते को फिर से इसलिए बनाया जा रहा है कि पिछली बार का काम ठेकेदार द्वारा सही नहीं हुआ है। जबकि इस रास्ते में किसी भी प्रकार की टूट फूट नहीं थी। नगर पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र गोस्वामी और अधिशासी अधिकारी निकिता भट्ट ने कहा कि बोर्ड मीटिंग में इस रास्ते के मरम्मतीकरण का प्रस्ताव पास किया गया था जिसकी टेंडर प्रक्रिया के बाद काम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस रास्ते को दोबारा बनाने का मुख्य कारण पूर्व में इस रास्ते पर बनी कुछ सीढ़ीयो की चढ़ाई को कम करना है।