श्री कार्तिकेय चल विग्रह मूर्ति भ्रमण यात्रा 28 मई से शुरू, बद्रीनाथ धाम और वसुधारा तक पहुंचेगी यात्रा
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26/05/20256:54 am
दीपक बेंजवाल / दस्तक पहाड़ न्यूज / अगस्त्यमुनि।।
श्री कार्तिकेय मंदिर समिति (पंजीकृत), जनपद रुद्रप्रयाग के तत्वावधान में आगामी 28 मई 2025 से श्री कार्तिकेय चल विग्रह मूर्ति भ्रमण यात्रा का शुभारंभ होने जा रहा है। यह यात्रा क्रौंच पर्वत स्थित कार्तिक स्वामी मंदिर से प्रारंभ होकर श्री बद्रीनाथ धाम एवं वसुधारा तक पहुंचेगी। यात्रा 4 जून 2025 तक चलेगी।
यात्रा के दौरान चल विग्रह मूर्ति विभिन्न तीर्थ स्थलों से होते हुए श्रद्धालुओं को दर्शन देगी। 28 मई को क्रौंच पर्वत मंदिर से प्रारंभ होकर यात्रा 29 मई को पोखरी, 30 मई को गोपेश्वर, और 31 मई को अनसूया धाम पहुंचेगी। तत्पश्चात, 1 जून को जोशीमठ से यात्रा आगे बढ़ेगी और 2 जून को श्री बद्रीनाथ धाम में पूजन-अर्चन संपन्न होगा। अंतिम चरण में 3 जून को वसुधारा यात्रा होगी और 4 जून को यात्रा समापन के साथ चल विग्रह मूर्ति वापसी होगी।
समिति के प्रबंधक पूर्ण सिंह नेगी ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को भगवान कार्तिकेय के दर्शन लाभ देना है। उन्होंने सभी भक्तों से यात्रा में सहभागी बनने का आह्वान किया। समिति के अध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी ने बताया कि यात्रा की सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं और सुरक्षा एवं व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त करें और यात्रा को सफल बनाने में सहयोग करें।
भ्रमण कार्यक्रम इस प्रकार है:
28 मई 2025 को कार्तिक स्वामी मंदिर परिसर में विशेष पूजा-अर्चना, महाआरती एवं दर्शन के बाद यात्रा का विधिवत शुभारंभ। पोखरी में रात्रि विश्राम।
29 मई 2025 : पोखरी से बामेश्वर होते हुए गजेड़ कार्तिक स्वामी मंदिर में रात्रि विश्राम।
30 मई 2025 : गजेड़ कार्तिक स्वामी मंदिर से देवखाल होते हुए गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर रात्रि विश्राम।
31 मई 2025: गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर से अनसूया मंदिर को प्रस्थान सायं पुनः गोपेश्वर रात्रि विश्राम।
1 जून 2025 : गोपेश्वर से चमोली पीपल कोटी होते हुए जोशीमठ नृसिंह मंदिर प्रस्थान, रात्रि विश्राम।
2 जून 2025: नृसिंह मंदिर जोशीमठ से पांडुकेश्वर होते हुए बदरीनाथ धाम में रात्रि विश्राम।
3 जून 2025 : बदरीनाथ दर्शन, घंटाकर्ण माणा, बसुधारा दर्शन के बाद जोशीमठ वापसी
4 जून 2025 (बुधवार): जोशीमठ से रुद्रप्रयाग, सतेराखाल, चोपता, घिमतोली, कनकचौरी होते हुए कार्तिक स्वामी मंदिर में वापसी व यात्रा समापन।
श्री कार्तिकेय मंदिर समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस पुण्य अवसर में अधिक से अधिक संख्या में सहभागी बनें और भगवान कार्तिकेय की कृपा प्राप्त करें।
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श्री कार्तिकेय चल विग्रह मूर्ति भ्रमण यात्रा 28 मई से शुरू, बद्रीनाथ धाम और वसुधारा तक पहुंचेगी यात्रा
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दीपक बेंजवाल / दस्तक पहाड़ न्यूज / अगस्त्यमुनि।।
श्री कार्तिकेय मंदिर समिति (पंजीकृत), जनपद रुद्रप्रयाग के तत्वावधान में आगामी 28 मई 2025 से श्री कार्तिकेय चल विग्रह मूर्ति भ्रमण यात्रा का शुभारंभ होने जा
रहा है। यह यात्रा क्रौंच पर्वत स्थित कार्तिक स्वामी मंदिर से प्रारंभ होकर श्री बद्रीनाथ धाम एवं वसुधारा तक पहुंचेगी। यात्रा 4 जून 2025 तक चलेगी।
यात्रा के दौरान चल विग्रह मूर्ति विभिन्न तीर्थ स्थलों से होते हुए श्रद्धालुओं को दर्शन देगी। 28 मई को क्रौंच पर्वत मंदिर से प्रारंभ होकर यात्रा 29 मई को
पोखरी, 30 मई को गोपेश्वर, और 31 मई को अनसूया धाम पहुंचेगी। तत्पश्चात, 1 जून को जोशीमठ से यात्रा आगे बढ़ेगी और 2 जून को श्री बद्रीनाथ धाम में पूजन-अर्चन संपन्न
होगा। अंतिम चरण में 3 जून को वसुधारा यात्रा होगी और 4 जून को यात्रा समापन के साथ चल विग्रह मूर्ति वापसी होगी।
समिति के प्रबंधक पूर्ण सिंह नेगी ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को भगवान कार्तिकेय के दर्शन लाभ देना है। उन्होंने सभी
भक्तों से यात्रा में सहभागी बनने का आह्वान किया। समिति के अध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी ने बताया कि यात्रा की सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं और सुरक्षा एवं
व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त करें और यात्रा को सफल बनाने में
सहयोग करें।
भ्रमण कार्यक्रम इस प्रकार है:
28 मई 2025 को कार्तिक स्वामी मंदिर परिसर में विशेष पूजा-अर्चना, महाआरती एवं दर्शन के बाद यात्रा का विधिवत शुभारंभ। पोखरी में रात्रि विश्राम।
29 मई 2025 : पोखरी से बामेश्वर होते हुए गजेड़ कार्तिक स्वामी मंदिर में रात्रि विश्राम।
30 मई 2025 : गजेड़ कार्तिक स्वामी मंदिर से देवखाल होते हुए गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर रात्रि विश्राम।
31 मई 2025: गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर से अनसूया मंदिर को प्रस्थान सायं पुनः गोपेश्वर रात्रि विश्राम।
1 जून 2025 : गोपेश्वर से चमोली पीपल कोटी होते हुए जोशीमठ नृसिंह मंदिर प्रस्थान, रात्रि विश्राम।
2 जून 2025: नृसिंह मंदिर जोशीमठ से पांडुकेश्वर होते हुए बदरीनाथ धाम में रात्रि विश्राम।
3 जून 2025 : बदरीनाथ दर्शन, घंटाकर्ण माणा, बसुधारा दर्शन के बाद जोशीमठ वापसी
4 जून 2025 (बुधवार): जोशीमठ से रुद्रप्रयाग, सतेराखाल, चोपता, घिमतोली, कनकचौरी होते हुए कार्तिक स्वामी मंदिर में वापसी व यात्रा समापन।
श्री कार्तिकेय मंदिर समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस पुण्य अवसर में अधिक से अधिक संख्या में सहभागी बनें और भगवान कार्तिकेय की कृपा
प्राप्त करें।