दीपक बेंजवाल/ दस्तक पहाड़ न्यूज, अगस्त्यमुनि।। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के भविष्य निर्माण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने प्रदेश के हर जिले में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के मेधावी टॉपर्स को "एक दिन के लिए डीएम और एसपी" की भूमिका देने के निर्देश दिए हैं। यह कार्यक्रम छात्रों में प्रशासनिक अनुभव, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू किया जा रहा है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभिनव पहल न केवल मेधावी छात्रों को सम्मानित करेगी, बल्कि उन्हें प्रशासनिक व्यवस्था को नजदीक से समझने का अवसर भी प्रदान करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस योजना को जल्द लागू करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। क्या होगा खास? हर जिले से हाईस्कूल व इंटर के टॉपर्स को चुना जाएगा। चयनित छात्र एक दिन के लिए सांकेतिक डीएम और एसपी की भूमिका निभाएंगे। छात्रों को जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक कार्यालय का दौरा कराकर निर्णय प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा। नदियों के लिए जन अभियान – 'नदी उत्सव' मुख्यमंत्री ने दूसरी बड़ी घोषणा के तहत राज्य में ‘नदी उत्सव’ आयोजित करने के निर्देश भी दिए। यह उत्सव प्रदेश की प्रमुख नदियों जैसे अलकनंदा, मंदाकिनी, भागीरथी, गौला, कोसी आदि के नाम पर जनसहभागिता से मनाया जाएगा। इसका उद्देश्य नदियों की सफाई, संरक्षण और पुनर्जीवन को लेकर जन जागरूकता फैलाना और नदियों से जुड़ी सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को पुनर्जीवित करना है। इससे  आमजन में जलसंरक्षण और स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी का भाव पैदा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रदेश की नदियां केवल जलस्रोत नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, आस्था और जीवनशैली की रीढ़ हैं। इनके संरक्षण के लिए ‘नदी उत्सव’ जैसे अभियान बहुत जरूरी हैं।” यह दोनों योजनाएं न केवल प्रेरणास्पद हैं, बल्कि उत्तराखंड को एक प्रगतिशील, जागरूक और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील राज्य के रूप में स्थापित करेंगी। मुख्यमंत्री की यह पहल निश्चित रूप से युवा पीढ़ी और पर्यावरण दोनों के लिए मील का पत्थर साबित होगी।