दस्तक पहाड़ न्यूज, अगस्त्यमुनि। अगस्त्यमुनि विकास खण्ड मुख्यालय से लगी ग्राम पंचायत गिवांला के तलसारी गांव में ग्रामीणों ने पाण्डव देवताओं के पुराने मन्दिर के निकट नये मन्दिर का भव्य निर्माण कर उसकी पूजा अर्चना एवं पाण्डवों के अस्त्र शस्त्रों का सकलीकरण कर उन्हें नर्वनिर्मित मन्दिर में स्थापित किया। इस अवसर पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस वर्ष पाण्डव नृत्य का भव्य आयोजन किया जायेगा जो विगत 40 वर्षों से नहीं हो पाया है। इस अवसर पर ग्रामीणों ने हवन इत्यादि कर सामूहिक भोज का भी

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आयोजन किया। पाण्डव मन्दिर समिति के अध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह चौहान, सचिव विपिन सिंह एवं कोषाध्यक्ष दशम सिंह जिरवाण ने बताया कि पाण्डव देवताओं का मन्दिर जीर्ण शीर्ण हो गया था। कुछ वर्ष इसकी मरम्मत भी की गई थी। परन्तु अब मन्दिर फिर से टूटने लगा था। ग्रामीणों ने सामूहिक प्रयास से पुराने मन्दिर के पास ही नये मन्दिर का निर्माण कराया है। शनिवार को विधि विधान से इसे पाण्डव देवताओं को समर्पित किया गया। पूजा अर्चना करने बाद पाण्डवों के अस्त्र शस्त्रों को मन्दिर में स्थापित किया गया। मन्दिर स्थापना हेतु दूर दूर से प्रवासी ग्रामीण भी बड़ी संख्या में पाण्डव देवताओं के दर्शनों हेतु पधारे थे। मन्दिर समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि विगत 40 वर्षों से गांव में पाण्डव नृत्य नहीं हो पाया था। कोई न कोई कारण इसमें रूकावट बन रहा था। ग्रामीणों ने सर्व सम्मति से इस वर्ष पाण्डव नृत्य कराने का फैसला किया है। पाण्डव नृत्य हेतु आगामी कुछ दिनों में सार्वजनिक बैठक बुलाकर विस्तृत कार्यक्रम निश्चित किया जायेगा। इस अवसर पर महावीर सिंह रमोला, कर्ण सिंह रावतख् यशवीर जिरवाण, प्रमोद बर्त्वाल, ममंद अध्यक्ष देवेश्वरी देवी, उपाध्यक्षउ संगीता देवी, अनूप सिंह रमोला, निर्वतमान ग्राम प्रधान सफरी लाल, जसपाल सिंह बर्त्वाल, शंकर सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।