दस्तक पहाड़ न्यूज / अगस्त्यमुनि।। ज्योतिष्पीठाधीश्वर ब्रह्मलीन जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम जी की पुण्य स्मृति में रुद्रप्रयाग जनपद मुख्यालय स्थित कोटेश्वर में “केदारनाथ रुद्राक्ष वन” का शुभारंभ दिनांक 21 जुलाई को प्रातः 9 बजे किया जाएगा। यह विशेष आयोजन कोटेश्वर शंकराचार्य हॉस्पिटल के समीप आयोजित किया जाएगा, जहां भारत और नेपाल से लाई गई विभिन्न दुर्लभ प्रजातियों के रुद्राक्ष वृक्षों का रोपण किया जाएगा। इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य न केवल पर्यावरण संरक्षण है, बल्कि सनातन

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परंपराओं से जुड़े रुद्राक्ष वृक्षों को उत्तराखंड की भूमि पर पुनर्स्थापित करना भी है। कार्यक्रम संरक्षक महंत शिवानन्द गिरी, कोटेश्वर महादेव मंदिर, ने इसे ब्रह्मलीन शंकराचार्य जी की स्मृति को समर्पित एक पावन यज्ञ की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि स्वामी माधवाश्रम जी ने पर्वतीय संस्कृति, गौसंरक्षण, गंगा और हिमालय की रक्षा के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया था, और यह वन उनके उन्हीं प्रयासों को एक नई दिशा देगा। इस कार्यक्रम के आयोजक चंद्र सिंह नेगी, अध्यक्ष बाबा श्री केदारनाथ जी दास सेवा मंडल, अगस्त्यमुनि ने बताया कि यह रुद्राक्ष वन क्षेत्र आने वाले समय में धार्मिक पर्यटन, पर्यावरणीय जागरूकता और शोध का एक केंद्र बनेगा। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद् जगत सिंह चौधरी 'जंगली', और देश-विदेश में "पेड़ गुरु" के नाम से विख्यात धन सिंह गरिया की विशेष उपस्थिति रहेगी। इस पुनीत कार्य में वन विभाग, वन क्षेत्राधिकारी अगस्त्यमुनि तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व स्थानीय जनता का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है। यह आयोजन एक नई सोच और जागरूकता का प्रतीक बनेगा जो सनातन संस्कृति के मूल तत्व "प्रकृति, आध्यात्म और सेवा" को एक साथ जोड़ेगा।