सिल्ला बामणगांव के बाराकोट में बाघ का आतंक, ग्रामीण दहशत में, वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग
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21/07/20256:47 pm
दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि।।
अगस्त्यमुनि विकास खंड की ग्रामसभा सिल्ला ब्राह्मण गांव के तोक बाराकोट में इन दिनों एक बाघ की लगातार उपस्थिति से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय निवासी देवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बीते तीन-चार दिनों से यह बाघ रोज़ाना शाम ढलते ही गांव में दिखाई दे रहा है। हालांकि लोग इकट्ठा होकर शोर मचाते हैं, तो वह भाग जाता है, लेकिन कुछ ही देर या अगले दिन फिर लौट आता है। देवेंद्र सिंह रावत ने कहा, “बाघ की मौजूदगी से गांव की महिलाएं अकेले गोशाला तक भी नहीं जा पा रही हैं। गांववाले झुंड बनाकर उसे खदेड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं है। जिस तरह से यह बाघ लगातार गांव का रुख कर रहा है, उससे किसी अनहोनी की आशंका बनी हुई है।”
ग्रामीणों ने वन विभाग से इस बाघ को पकड़ने के लिए तत्काल पिंजरा लगाने की मांग की जाए। देवेंद्र सिंह के साथ-साथ प्रकाश रावत, नरेंद्र रावत, संतोष रावत, दर्शन रावत, बीर सिंह नेगी, दीपक राणा, लक्ष्मण राणा सहित अन्य ग्रामीणों ने भी वन विभाग से मांग की है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाए, ताकि किसी प्रकार की जन या पशुहानि से बचा जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया, तो स्थिति गंभीर हो सकती है। उनका कहना है कि वन विभाग को तत्काल पिंजरा लगाकर इस बाघ को पकड़ने की कोशिश करनी चाहिए।
सिल्ला बामणगांव के बाराकोट में बाघ का आतंक, ग्रामीण दहशत में, वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग
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अगस्त्यमुनि विकास खंड की ग्रामसभा सिल्ला ब्राह्मण गांव के तोक बाराकोट में इन दिनों एक बाघ की लगातार उपस्थिति से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
स्थानीय निवासी देवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बीते तीन-चार दिनों से यह बाघ रोज़ाना शाम ढलते ही गांव में दिखाई दे रहा है। हालांकि लोग इकट्ठा होकर शोर
मचाते हैं, तो वह भाग जाता है, लेकिन कुछ ही देर या अगले दिन फिर लौट आता है। देवेंद्र सिंह रावत ने कहा, "बाघ की मौजूदगी से गांव की महिलाएं अकेले गोशाला तक भी
नहीं जा पा रही हैं। गांववाले झुंड बनाकर उसे खदेड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं है। जिस तरह से यह बाघ लगातार गांव का रुख कर रहा है,
उससे किसी अनहोनी की आशंका बनी हुई है।"
ग्रामीणों ने वन विभाग से इस बाघ को पकड़ने के लिए तत्काल पिंजरा लगाने की मांग की जाए। देवेंद्र सिंह के साथ-साथ प्रकाश रावत, नरेंद्र रावत, संतोष रावत, दर्शन
रावत, बीर सिंह नेगी, दीपक राणा, लक्ष्मण राणा सहित अन्य ग्रामीणों ने भी वन विभाग से मांग की है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाए, ताकि किसी प्रकार की जन
या पशुहानि से बचा जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया, तो स्थिति गंभीर हो सकती है। उनका कहना है कि वन विभाग को तत्काल पिंजरा
लगाकर इस बाघ को पकड़ने की कोशिश करनी चाहिए।