गुप्तकाशी में गुरुजी हर्षवर्धन शुक्ला ने पेश की ईमानदारी की अनोखी मिसाल, सड़क पर मिले ₹1.40 लाख लौटाए
1 min read17/08/2025 10:03 pm
दीपक बेंजवाल / दस्तक पहाड न्यूज।।गुप्तकाशी।
कहते हैं ईमानदारी ही इंसान का सबसे बड़ा आभूषण है, और गुप्तकाशी में यह बात सच साबित की गुरुजी श्री हर्षवर्धन शुक्ला ने। जानकारी के अनुसार, नारायण धाम होटल सोनप्रयाग के ऑनर श्री मानवेंद्र गैरोला अपने बच्चों के साथ हाल निवास गुप्तकाशी आ रहे थे। बच्चों की ओर ध्यान देने के चलते उनके हाथ से एक पॉलिथीन की थैली में रखे ₹1,40,000 (एक लाख चालीस हजार रुपये) पोस्ट ऑफिस गुप्तकाशी के पास सड़क पर गिर गए।इसी दौरान मंदिर की ओर जा रहे गुरुजी श्री हर्षवर्धन शुक्ला को सड़क पर ये रुपये बिखरे हुए दिखाई दिए। उन्होंने बिना देर किए सभी नोट समेटकर लोगों से पूछताछ कर होटल ऑनर के परिजनों को वापस सौंप दिए।इस ईमानदारी भरे कदम के लिए मानवेंद्र गैरोला जी ने गुरुजी का हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि “आज भी समाज में ऐसे लोग मौजूद हैं जो इंसानियत और सच्चाई की मिसाल कायम कर रहे हैं।” स्थानीय लोगों ने भी गुरुजी की इस ईमानदारी को सलाम करते हुए कहा कि यह कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है।
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