दस्तक पहाड न्यूज रुद्रप्रयाग। नंदाष्टमी के पावन अवसर पर आयोजित होने वाला परंपरागत जागतोली दशज्यूला महोत्सव इस वर्ष प्रदेशभर में आई आपदाओं को देखते हुए सादगी एवं संक्षिप्त रूप में सम्पन्न हुआ। माँ नंदा देवी की पूजा-अर्चना एवं प्रतिष्ठा के साथ तीन दिवसीय यह आयोजन आरंभ किया गया। इस दौरान स्थानीय स्कूली बच्चों और महिला मंगल दलों ने अपनी धार्मिक व सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।आयोजन समिति के अध्यक्ष जयवर्धन काण्डपाल ने बताया कि इस वर्ष प्रदेश में आई आपदाओं के कारण जन-धन की भारी हानि हुई है। ऐसे में महोत्सव को भव्य रूप से मनाना संभव नहीं था, इसलिए इसे सीमित रखा गया। हालांकि, स्थानीय विद्यालयों के बच्चों और महिला मंगल दलों की लंबे समय से की जा रही तैयारियों को देखते हुए उनके कार्यक्रम शामिल किए गए। इस आयोजन के माध्यम से एकत्रित धन का कुछ अंश समिति

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द्वारा आपदा राहत कार्यों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जायेगा। समिति के महासचिव कालिका काण्डपाल ने जानकारी दी कि प्रतिवर्ष इस आयोजन में मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि और संस्कृति प्रेमियों को आमंत्रित किया जाता है। इस बार प्रसिद्ध लोकगायक रोहित चौहान और शिवानी नेगी की प्रस्तुतियां भी प्रस्तावित थीं, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए सभी अतिथियों और कलाकारों के कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए।सादगी के बावजूद महोत्सव में श्रद्धालुओं ने माँ नंदा देवी के जयकारों के साथ आस्था और उत्साह का परिचय दिया। इस दौरान विभिन्न विभागों ने अपने स्टालों के माध्यम से लोगों को विभागीय योजनाओं का लाभ व जानकारी भी दी।