साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कुंभ राशि में लगने जा रहा है. यह चंद्र ग्रहण ज्योतिषविदों के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि इस बार यह पितृपक्ष पर पड़ रहा है. आज पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा, जो कि रात 9 बजकर 58 मिनट पर लग जाएगा. इसलिए, इसका सूतक काल 9 घंटे पहले यानी आज दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से लग जाएगा।

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दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि।। 7 सितंबर यानी आज रात साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है. यह चंद्र ग्रहण दो कारणों से खास रहने वाला है. एक तो चंद्र ग्रहण भारत में दृश्यमान होगा, जिसका सूतक काल 9 घंटे पहले ही लग जाएगा. दूसरा, चंद्र ग्रहण पर आज पितृ पक्ष का संयोग भी बन रहा है और यह दुर्लभ संयोग पूरे 100 साल बाद बन रहा है। यह एक पूर्ण और खग्रास चंद्र ग्रहण होगा, जो कि भारत के विभन्न राज्यों में भी दिखाई देगा. साल के इस आखिरी चंद्र ग्रहण को लेकर देश-दुनिया में बड़ी हलचल भी रहेगी तो चलिए जानते हैं कि भारत में कल कितने चंद्र ग्रहण लगेगा और कितने बजे से इसका सूतक काल शुरू होगा - 7 सितंबर यानी आज लगने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जो कि शनि की राशि कुंभ और गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद में लगने जा रहा है. इस चंद्र ग्रहण की शुरुआत रात 9 बजकर 58 मिनट से होगी और इसका समापन 8 सितंबर की अर्धरात्रि 1 बजकर 26 मिनट पर होगा. चंद्र ग्रहण का स्पर्श काल रात 8 बजकर 59 मिनट से शुरू हो जाएगा, मुख्य चरण रात 11 बजकर 42 मिनट पर होगा और मोक्ष काल इसका रात 2 बजकर 24 मिनट पर होगा. यानी भारत में संपूर्ण ग्रहण काल की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट की रहेगी. आज पूर्ण चंद्र ग्रहण चूंकि रात 9 बजकर 58 मिनट पर लग रहा है इसलिए इसका सूतक काल 9 घंटे पहले यानी आज दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से लग जाएगा।आज लगने जा रहा चंद्र ग्रहण साल का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण है, जो कि पूरे 3 साल बाद लग रहा है. साथ ही, आज पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा जिसका संयोग पूरे 500 साल बाद बनेगा. इसके अलावा, आज शनि-मंगल का समसप्तक योग भी बनेगा और आज राहु चंद्रमा की युति बनेगी यानी ये दोनों एक ही राशि में होंगे. इनके अलावा, सू्र्य बुध केतु की युति से त्रिग्रही योग का भी निर्माण होने जा रहा है। ज्योतिर्विदों की मानें तो, इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर देखने को मिलेगा. लेकिन, यह ग्रहण कुछ राशियों के लिए बहुत ही शुभ रहने वाला है. इन राशियों का अच्छा समय भी शुरू हो जाएगा और धन लाभ भी होगा. जिनमें विशेषरूप से शामिल है मिथुन, कर्क, वृश्चिक और मीन। कैसे लगता है चंद्र ग्रहण - वैज्ञानिकों के नजरिए से चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब सूर्य और चांद के बीच पृथ्वी आ जाती है और सूर्य की रोशनी सीधे चंद्रमा तक नहीं पहुंचती है. तब चंद्र ग्रहण लगता है. चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें ग्रहण के दौरान घर के भीतर रहें. इष्ट देवता के मंत्र का जाप करें. क्योंकि आज पितृपक्ष है इसलिए अपने पितरों का स्मरण करें. गर्भवती महिलाएं सावधानी बरतें. आत्मशुद्धि का अवसर होता है ग्रहण.  ग्रहण के बाद स्नान-दान जरूर करें. चंद्र ग्रहण में क्या न करें ? ग्रहण को सीधे खुली आंखों से न देखें. कोई शुभ काम न करें. देवी-देवताओं की प्रतिमा को न छुएं. तुलसी, पीपल, बरगद को न छुएं. खाना खाने और सोने से बचें. शोर शराबे से बचें और लड़ाई झगड़ा न करें. किसी का दिल न दुखाएं. नुकीली चीजें अपने पास न रखें. नकारात्मकता से बचें. तामसिक चीजों का सेवन न करें सूतक काल की सावधानियां चंद्र ग्रहण शुरू होने से पहले का समय सूतक काल कहलाता है। इसका मतलब ग्रहण के समय से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू होता है. चंद्र ग्रहण में 3 प्रहर का सूतक रहता है. इस दौरान स्नान-दान नहीं करना चाहिए. मंदिरों के कपाट बंद होने चाहिए. सूतक काल में कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।