जनता बनी अपनी ही राह की इंजीनियर, भीरी-परकंडी-मक्कूमठ मार्ग बंद, जनता परेशान, प्रशासन मौन
1 min read08/09/2025 8:57 pm
दीपक बेंजवाल, दस्तक पहाड़ न्यूज।।
एक ओर प्रशासन की लापरवाही और विभाग की धीमी रफ्तार, दूसरी ओर जनता का साहस और श्रमदान। बीते कई दिनों से अवरुद्ध पड़ा भीरी–परकंडी–मक्कूमठ राज्य मार्ग (97) ग्रामीणों के धैर्य की परीक्षा ले रहा था। रोजाना 100 से अधिक वाहन चलने वाला यह मार्ग ठप पड़ा तो बीमार लोगों का अस्पताल जाना मुश्किल हो गया, स्कूली बच्चों की पढ़ाई थम गई और गैस–खाद्यान्न जैसी बुनियादी आपूर्ति रुक गई। हालात इतने गंभीर हो गए कि परकंडी, ककोला, पैलिंग, नहरा, कुडलिया सहित कई गांवों के करीब 20–25 बच्चे भीरी स्कूल तक नहीं पहुंच पाए। विभाग ने एक दिन काम तो किया, लेकिन नतीजा यह रहा कि पैदल गुजरना भी संभव नहीं रहा। आखिरकार जनता ने ही गैंती–फावड़ा उठाकर रास्ता बनाया और पैदल आवाजाही के लिए मार्ग खोल दिया।
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युवाओं ने दिखाया जज्बा – रविवार को क्षेत्र के नौजवान – नरेश सकलानी, हरीश भींगी, नवीन भींगी, प्रमोद तंगवाण, जीतेन्द्र राणा, हरेन्द्र राणा, संजय त्रिवेदी, योगी त्रिवेदी, कर्मवीर, मुकेश रावत सहित कई ग्रामीणों ने मिलकर श्रमदान किया और सड़क को अस्थायी रूप से खोल दिया। जनता की इस एकजुटता ने प्रशासन को आईना दिखा दिया कि जब विभाग विफल हो जाता है तो जनता अपने दम पर रास्ते बना लेती है।
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जनप्रतिनिधियों का विभाग पर तीखा प्रहार – जिला पंचायत सदस्य, परकंडी वार्ड नं. 04, श्रीमती प्रीति पुष्पवान ने कहा – “यह मार्ग पूरी तुगनाथ घाटी की जीवनरेखा है। 10 हजार से अधिक लोग इस पर निर्भर हैं। यदि दो दिन के भीतर कार्य शुरू नहीं किया गया तो जनता बाध्य होकर NH-07 पर चक्का जाम करेगी।”
क्षेत्र पंचायत सदस्य भींगी मीनाक्षी देवी बोलीं – “गर्भवती महिलाओं और बीमारों को अस्पताल तक पहुंचाना चुनौती बन गया है। विभाग की लापरवाही असहनीय है।”
क्षेत्र पंचायत सदस्य परकण्डी सुरेशानंद तंगवान और गजेन्द्र चौधरी ने कहा – “जनता की परीक्षा लेना बंद करे प्रशासन। यह मार्ग बंद होने से पूरा इलाका संकट में है।”
ग्राम प्रधान परकंडी श्रीमती सुनीता बिष्ट व प्रधान उथिंड जयकृत कुंवर ने कहा – “गैस, खाद्यान्न और दवाइयों की आपूर्ति पूरी तरह से प्रभावित है। जनता अब और इंतजार नहीं कर सकती।”
प्रधान पैलिंग सुनाेज नेगी प्रधान भींगी, नीमा देवी ने विभाग पर आरोप लगाया कि “बार–बार मांग करने के बावजूद समस्या हल नहीं की गई। अब आंदोलन ही विकल्प बचा है।”
प्रधान जलई सुरसाल, हीना देवी, प्रधान मक्कू सुनीता मैठाणी और प्रधान ओरिंग नारायण सिंह नेगी ने कहा – “प्रशासन की चुप्पी क्षेत्रवासियों के साथ अन्याय है। जल्द कार्रवाई न हुई तो जनता आंदोलनरत होगी।”
जनता की चेतावनी – प्रभावित गाँव मक्कूमठ, पाब जगपुड़ा, उथिंड, पैलिंग, परकण्डी, सिरवा, त्यूंग, ककोला, नहरा, कुडलिया, भींगी, ओरिंग, जलई सुरसाल आदि के क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा है कि यदि 2 दिन के भीतर सड़क खोलने का कार्य शुरू नहीं किया गया तो पूरे क्षेत्र की जनता NH-07 पर उतरकर चक्का जाम करेगी।
⚡ यह खबर सिर्फ सड़क बंद होने की नहीं, बल्कि उस जनता की है जिसने लापरवाह विभाग को दिखा दिया कि मजबूरी में गांव–गांव का इंसान भी अपनी राह खुद बना सकता है।
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