दीपक बेंजवाल, अगस्त्यमुनि।। जनपद में बीते दिनों हुई भारी बारिश और अतिवृष्टि के कारण मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से अगस्त्यमुनि क्षेत्र की जवाहरनगर बस्ती पर खतरा मंडरा रहा है। गंगानगर मोटर पुल के आधार स्तंभ के पीछे से हो रहे कटाव से न केवल बस्ती दहशत में है, बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग भी खतरे में आ गया है। जवाहर नगर में ही नदी तट पर जनपद का सबसे पुराना और बड़ा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भी स्थित है। इस संबंध में जवाहरनगर अगस्त्यमुनि विकास समिति के अध्यक्ष कलम सिंह नेगी,

Featured Image

उपाध्यक्ष नरोत्तम प्रसाद भट्ट, सचिव सत्येश्वरी रौथाण और कोषाध्यक्ष दुर्गेश कंडारी ने कहा कि वर्ष 2013 की आपदा में यह मार्ग पूरी तरह से वाशआउट हो गया था और तब से इस स्थान परराष्ट्रीय राजमार्ग कामचलाऊ व्यवस्था से संचालित हो रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थाई पक्की दिवाल न होने से नदी का पूरा बहाव पुल के आधार स्तम्भ पर तथा उसके पीछे टूटी सड़क की ओर रहता है। दिनांक 28 व 29 अगस्त 2025 की भारी बारिश के चलते मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ने से पुल के आधार स्तम्भ के पीछे की ओर अत्यधिक कटाव के कारण नदी का रूख मूल बहाव से बदल रहा है जिससे जवाहर नगर बस्ती लगातार दहशत में रातें गुजार रही है। जवाहर नगर ज्ञापन में समिति ने दो प्रमुख मांगें रखी हैं 1.जवाहर नगर - गंगानगर मोटर पुल के केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर वाले आधार स्तम्भ से राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थाई व पक्की दिवाल बनाते हुए नदी के बहाव से पुल के आधार स्तम्भ व उसके पीछे की ओर हो रहे कटाव को सुरक्षित किया जाए । 2- गंगानगर मोटर पुल से आगे जवाहर नगर बस्ती के सामने वाली सड़क जो कि नदी के उस पार के दर्जनों गांवों की लाइफ लाइन है, पीजी कॉलेज के सामने लगातार हो रहे भूस्खलन के कारणरात-भर चट्टान गिरने से भंयकर दहशत पैदा करता है, का स्थाई ट्रीटमेंट करते हुए सड़क मार्ग को सुरक्षित किया जाए। समिति ने कहा कि यदि समय रहते प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो जवाहरनगर बस्ती के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी संकट गहरा सकता है।