मुख्यमंत्री धामी ने किया रुद्रप्रयाग आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण, बचाव व राहत कार्यों की समीक्षा
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20/09/20254:42 pm
दस्तक पहाड न्यूज रुद्रप्रयाग।।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शनिवार को जनपद रुद्रप्रयाग पहुंचे। उन्होंने सर्वप्रथम आपदा प्रभावित बसुकेदार क्षेत्र अंतर्गत तालजामण, डूंगर, बड़ेथ, जौला, कमद, उछोला, छैनागाड़, पटुय आदि गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद जिला पंचायत सभागार, रुद्रप्रयाग में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने बचाव एवं राहत कार्यों, विद्युत, पेयजल, चिकित्सा सुविधाओं, मोटर मार्गों की स्थिति तथा केदारनाथ धाम यात्रा के द्वितीय चरण की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की।
जिलाधिकारी का प्रस्तुतीकरण – जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने मुख्यमंत्री को 28 अगस्त की आपदा और मानसून काल में हुई क्षति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर राहत शिविरों में ठहराने की व्यवस्था की गई। राहत स्वरूप खाद्यान्न किट, टेंट, तिरपाल, कंबल, सोलर लाइट, टॉर्च, चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। हेली सेवा के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुँचाया गया।सड़क मार्ग, पेयजल योजनाएं, विद्युत पोल, ट्रांसफार्मर, कृषि भूमि, भवन व गौशालाओं की क्षति सहित पशुधन हानि की विस्तृत जानकारी भी प्रस्तुत की गई। साथ ही जवाड़ी बाईपास, सिरोबगड़, मुनकटिया, गौरीकुंड हाईवे और श्री केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर हुए नुकसान और सुधार कार्यों की स्थिति से भी अवगत कराया गया।
जनप्रतिनिधियों के सुझाव – रुद्रप्रयाग एवं केदारनाथ विधायक ने आपदा के समय त्वरित कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और अपने क्षेत्रों में सड़क निर्माण व अन्य समस्याओं को भी रखा।
मुख्यमंत्री का संबोधन – मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस वर्ष पूरे प्रदेश को आपदा से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की तत्परता की सराहना की।उन्होंने कहा कि सभी लोग प्रभावित परिवारों को अपना समझकर सहयोग करें। यह कठिन समय चुनौती नहीं बल्कि स्वयं को साबित करने का अवसर है।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वयं प्रदेश की आपदा स्थिति की जानकारी ली, देहरादून आकर प्रभावितों से मिले और तुरंत राहत राशि उपलब्ध कराई।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 30 सितम्बर तक अलर्ट मोड पर रहकर आपदा से निपटने की तैयारी रखें। श्री केदारनाथ धाम यात्रा के द्वितीय चरण की तैयारियों पर विशेष ध्यान देने को कहा और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। साथ ही नदी-नालों पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत, विधायक रुद्रप्रयाग भरत चौधरी, विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल, राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, पूर्व जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, जिलाधिकारी प्रतीक जैन, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि व आमजन उपस्थित रहे।
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मुख्यमंत्री धामी ने किया रुद्रप्रयाग आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण, बचाव व राहत कार्यों की समीक्षा
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शनिवार को जनपद रुद्रप्रयाग पहुंचे। उन्होंने सर्वप्रथम आपदा प्रभावित बसुकेदार क्षेत्र अंतर्गत तालजामण, डूंगर, बड़ेथ,
जौला, कमद, उछोला, छैनागाड़, पटुय आदि गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद जिला पंचायत सभागार, रुद्रप्रयाग में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने बचाव एवं
राहत कार्यों, विद्युत, पेयजल, चिकित्सा सुविधाओं, मोटर मार्गों की स्थिति तथा केदारनाथ धाम यात्रा के द्वितीय चरण की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की।
जिलाधिकारी का प्रस्तुतीकरण - जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने मुख्यमंत्री को 28 अगस्त की आपदा और मानसून काल में हुई क्षति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि
प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर राहत शिविरों में ठहराने की व्यवस्था की गई। राहत स्वरूप खाद्यान्न किट, टेंट, तिरपाल, कंबल, सोलर लाइट,
टॉर्च, चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। हेली सेवा के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुँचाया गया।सड़क मार्ग, पेयजल योजनाएं, विद्युत पोल,
ट्रांसफार्मर, कृषि भूमि, भवन व गौशालाओं की क्षति सहित पशुधन हानि की विस्तृत जानकारी भी प्रस्तुत की गई। साथ ही जवाड़ी बाईपास, सिरोबगड़, मुनकटिया,
गौरीकुंड हाईवे और श्री केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर हुए नुकसान और सुधार कार्यों की स्थिति से भी अवगत कराया गया।
जनप्रतिनिधियों के सुझाव - रुद्रप्रयाग एवं केदारनाथ विधायक ने आपदा के समय त्वरित कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और अपने क्षेत्रों में सड़क
निर्माण व अन्य समस्याओं को भी रखा।
मुख्यमंत्री का संबोधन - मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस वर्ष पूरे प्रदेश को आपदा से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति
संवेदना व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की तत्परता की सराहना की।उन्होंने कहा कि सभी लोग प्रभावित परिवारों को अपना समझकर सहयोग करें। यह
कठिन समय चुनौती नहीं बल्कि स्वयं को साबित करने का अवसर है।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वयं
प्रदेश की आपदा स्थिति की जानकारी ली, देहरादून आकर प्रभावितों से मिले और तुरंत राहत राशि उपलब्ध कराई।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 30 सितम्बर तक
अलर्ट मोड पर रहकर आपदा से निपटने की तैयारी रखें। श्री केदारनाथ धाम यात्रा के द्वितीय चरण की तैयारियों पर विशेष ध्यान देने को कहा और यात्रियों की सुरक्षा
को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। साथ ही नदी-नालों पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत, विधायक रुद्रप्रयाग भरत चौधरी, विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल, राज्य
मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, पूर्व जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, जिलाधिकारी प्रतीक जैन, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे सहित
विभिन्न विभागीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि व आमजन उपस्थित रहे।