दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि। अगस्त्यमुनि में लगने वाला मन्दाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि एवं औद्योगिक विकास मेला आयोजन को लेकर एसडीएम रूद्रप्रयाग भगत सिंह फोनिया के निर्देश पर एक आवश्यक बैठक नगर पंचायत सभागार में आयोजित हुई। नगर पंचायत अध्यक्ष राजेन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक काफी हंगामेदार रही। कुछ समय से मेले के आयोजन को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा था। जहां एक ओर पूर्व में गठित समिति द्वारा मेले के आयोजन हेतु अपनी तैयारियों को विस्तार देना शुरू कर दिया था। वहीं दूसरे पक्ष द्वारा मे मेले को नगर पंचायत द्वारा आयोजित कराने पर जोर दिया जा रहा था। दूसरे पक्ष के राजेश बेंजवाल का आरोप था कि मेले के आयोजन में भारी वित्तीय अनियमिततायें होती रही हैं। वहीं मेले की प्रतिष्ठा को ठेकदारी प्रथा से भारी नुकसान हो रहा है।

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ठेकेदार मनमर्जी के रेट लगाकर दुकानदारों का शोषण कर रहा है। इन सब अनियमितताओं को दूर करने के लिए आवश्यक है कि मेले का आयोजन नगर पंचायत अपने हाथों में ले। वहीं पूर्व में गठित मेला समित के कार्यकारी अध्यक्ष हर्षवर्धन बेंजवाल ने कहा कि उनकी समिति पंजीकृत है जिसका पंजीकरण 2026 तक मान्य है। समिति वर्ष 2004 से लगातार मेला आयजित कर रही है। जब तक समिति का पंजीकरण मान्य है तब तक इसी समिति के माध्यम से ही मेला आयोजित हो सकता है। नगर पंचायत अध्यक्ष राजेन्द्र गोस्वामी ने कहा कि मेला आयोजित करना बड़ी बात नहीं है बड़ी बात यह है कि बिना विवाद के सम्पन्न हो। इसके लिए आपस में मिल बैठकर एक निर्णय पर आना है। प्रधान संगठन के पूर्व अध्यक्ष विक्रम नेगी ने कहा कि मेले को भव्य स्वरूप देने के लिए सबको साथ आना होगा। यदि कहीं अनियमितता हो रही है तो उस पर नजर रखनी होगी। मेला आयोजन में पारदर्शिता से कार्य करना होगा। नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी ने कहा कि नगर पंचायत मेला आयोजित कराने में सक्षम है। परन्तु इसके लिय पूर्व समिति को लिखित में देना होगा। साथ ही नगर विकास विभाग से भी परमिशन लेनी पड़ेगी। एसडीएम भगत सिंह फोनिया ने दोनों पक्षों को सामजस्यता के साथ काम करने तथा मेले की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए एकजुटता से कार्य करना होगा। राजेश बेंजवाल ने कहा कि मेले में सबसे अधिक प्रश्न ठेकदारी प्रथा पर उठते हैं जिसके लिए निविदा आमन्त्रित कर तथा दुकानों के रेट तय करने होंगे। मेले की विभिन्न समितियों में दूसरे पक्ष के लोगों को भी लेना होगा। कोई भी निर्णय बिना आम सहमति के नहीं होने चाहिए। जिसके बाद सभी की सहमति से मेला आयोजन हेतु समितियों के गठन की प्रक्रिया की गई। बैठक में नपं सभासद उमा कैन्तुरा, कपूरी देवी, सानिया सजवाण, कुंवर लाल आर्य, पृथ्वीपाल रावत, श्रीनन्द जमलोकी, रजनी रावत, सुनील नेगी, विपिन नेगी, धर्मेन्द सिंह, विपिन सिंह, अखिलेश बमोला, प्रमोद बर्त्वाल, शेखर नौटियाल, राजेन्द्र भण्डारी, प्रदीप सिंह, बलबीर लाल सहित कई लोग मौजूद रहे।