दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि। श्री अगस्त्य आदर्श रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित रामलीला के सातवें दिन का शुभारम्भ भगवान श्रीराम और माता सबरी के मिलन प्रसंग से हुआ। इस अवसर पर उत्तराखण्ड स्वाभिमान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष त्रिभुवन चौहान, व्यापार संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रमोद गुसाईं तथा महिला मंगल दल अध्यक्षा सर्वेश्वरी गुसाईं ने भगवान श्रीराम की आरती उतारकर मंचन की शुरुआत की। पहला दृश्य सबरी आश्रम का रहा, जहां श्रीराम और लक्ष्मण सीता की खोज करते हुए पहुंचते हैं। सबरी अपनी भक्ति से अभिभूत होकर श्रीराम को बेर खिलाती हैं। इस प्रसंग को देखकर दर्शक भावविभोर हो उठे। सबरी की भूमिका में विपिन रावत ने प्रभावशाली अभिनय किया।

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इसके बाद मंचन में हनुमान प्राकट्य और सुग्रीव-बाली प्रसंग हुआ। हनुमान के ब्राह्मण वेश, सुग्रीव का भय और बाली-सुग्रीव युद्ध ने दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा। राम द्वारा बाली को मोक्ष दिलाने और सुग्रीव को गद्दी पर बैठाने के दृश्य ने खूब तालियां बटोरीं। इस प्रसंग में इन्द्रजीत (सुग्रीव), अखिलेश गोस्वामी (बाली), अंजलि (तारा) तथा सुशील गोस्वामी (हनुमान) ने दमदार अभिनय से मंच को जीवंत कर दिया। इस अवसर पर त्रिभुवन चौहान ने कहा कि भगवान श्रीराम का चरित्र बहुआयामी है। वे आदर्श पुत्र, भ्राता, पति और सखा के रूप में सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनके जीवन से हमें लक्ष्य के प्रति समर्पण की सीख लेनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन गंगाराम सकलानी ने किया। रामलीला कमेटी अध्यक्ष कमलेश जमलोकी, सौरव बिष्ट, नवीन बिष्ट, माधव सिंह नेगी, हेमन्त फरस्वाण, उमा कैन्तुरा, विनीता रौतेला, हेमन्त चौकियाल सहित अनेक लोग इस अवसर पर उपस्थित रहे।