दस्तक पहाड न्यूज रुद्रप्रयाग। सहकारिता विभाग द्वारा आयोजित मेला अब रुद्रप्रयाग के गुलाबराय मैदान में लगाया जा रहा है। यह मेला पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अगस्त्यमुनि में होना था, किंतु अगस्त्यमुनि के स्थानीय व्यापारियों के कड़े विरोध के बाद इसे रुद्रप्रयाग स्थानांतरित कर दिया गया। अब रुद्रप्रयाग के व्यापारियों ने भी इस मेले को लेकर गहरी नाराजगी जताई है। व्यापार मंडल रुद्रप्रयाग की अपील पर आज गुलाबराय मैदान में व्यापारियों ने एकत्र होकर अपना विरोध दर्ज किया।

Featured Image

व्यापार मंडल का कहना है कि सहकारिता विभाग के नियमों के अनुसार मेले में केवल स्थानीय उत्पादों की बिक्री की अनुमति होती है, लेकिन जानकारी मिली है कि इस मेले की आड़ में बिजनौर, धामपुर (उत्तर प्रदेश) सहित बाहरी क्षेत्रों से व्यापारी सामान्य बाजार सामग्री बेचने की तैयारी में हैं। व्यापार संघ अध्यक्ष राय सिंह बिष्ट ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “यह मेला स्थानीय व्यापारियों को खत्म करने और उनके व्यवसाय को मारने की साजिश है। यह तथाकथित सहकारिता मेला दरअसल बाहरी व्यापारियों को बढ़ावा देने और स्थानीय व्यापार को दबाने का षड्यंत्र है। हम इसे किसी भी हाल में सफल नहीं होने देंगे।” वहीं व्यापारी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने भी विरोध जताते हुए कहा कि “स्थानीय व्यापार पहले से ही आर्थिक दबाव में है, ऊपर से बाहरी व्यापारियों को यहां बुलाना स्थानीय बाजार पर सीधा प्रहार है। सरकार को चाहिए कि वह ऐसे आयोजनों में केवल स्थानीय उत्पादों को ही अनुमति दे, ताकि क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था मजबूत हो।” व्यापार मंडल ने साफ कहा है कि स्थानीय उत्पादों की बिक्री का कोई विरोध नहीं है, लेकिन सहकारिता के नाम पर बाहरी व्यापारियों की दलाली और गैर-स्थानीय व्यापार का पुरजोर विरोध किया जाएगा। अगस्त्यमुनि के बाद अब रुद्रप्रयाग में भी व्यापारियों का यह विरोध स्वरूप लेता जा रहा है और आने वाले दिनों में यह आंदोलन और तेज हो सकता है।