दस्तक पहाड न्यूज रुद्रप्रयाग।। हाल ही में रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र एवं इसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में भालू की गतिविधियों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा भालू–मानव संघर्ष की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए लोगों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की अपील जारी की गई है। वन विभाग की ओर से बताया गया कि भोजन की तलाश में भालू आबादी वाले क्षेत्रों की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे जंगलों से सटे इलाकों में जोखिम बढ़ रहा है।

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वन विभाग ने ग्रामीणों और नगरवासियों से अपील की है कि वे घरों के बाहर खाद्य सामग्री, कचरा, फल–सब्ज़ियां खुले में न रखें जिससे भालू आकर्षित न हों। रात के समय अकेले न निकलने, बाहर रोशनी की समुचित व्यवस्था बनाए रखने और बच्चों को अकेले न भेजने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखने और घर की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया है। वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी स्थिति में भालू को उकसाने, उस पर पत्थर या हमला करने जैसे कार्य न करें, इससे स्थिति गंभीर हो सकती है। जंगल में आग लगाने, भालू को भगाने के लिए पटाखे चलाने या पकड़ने की कोशिश करने को कानूनन अपराध बताया गया है। स्थानीय नागरिकों को वन विभाग के निर्देशों का पालन करने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1926 या 8126559099 पर सूचना देने को कहा गया है। आपात स्थिति में ऐसे करें बचाव वन विभाग ने यह भी बताया कि यदि भालू सामने आ जाए तो घबराएं नहीं, शांत रहें और उसे अपनी पीठ दिखाकर भागने की कोशिश न करें। सुरक्षित स्थान पर जाएं, आँखें न मिलाएं और मौके से धीरे–धीरे दूरी बनाएं। वन विभाग ने सभी नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सामूहिक प्रयास ही मानव–वन्यजीव संघर्ष को कम कर सकते हैं और वन्यजीव संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।