दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि। अगस्त्यमुनि में प्रस्तावित स्पोर्ट्स स्टेडियम निर्माण को लेकर चल रहे विरोध के बीच शनिवार को अगस्त्यमुनि के मैदान में शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। इस यज्ञ में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोग शामिल हुए। आयोजन का उद्देश्य आगामी 14 जनवरी से शुरू होने वाली अगस्त्य ऋषि की दिवारा यात्रा से पूर्व इस पवित्र मैदान को शुद्ध करना बताया गया।

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शुद्धि यज्ञ का संचालन आचार्य अनिल बैंजवाल और भूपेंद्र बैंजवाल द्वारा किया गया। वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ विधिवत हवन किया गया और यज्ञ में आहुतियां डाली गईं। पूरे वातावरण में वैदिक मंत्रोच्चार गूंजता रहा और श्रद्धालुओं ने शांतिपूर्ण ढंग से धार्मिक अनुष्ठान में सहभागिता की। आयोजन में मौजूद लोगों ने कहा कि मुनि जी का सैण मुनि महाराज और अगस्त्य ऋषि से जुड़ा पवित्र, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल है, जहां वर्षों से धार्मिक अनुष्ठान, मेलों और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन होता रहा है। श्रद्धालुओं का कहना था कि यह आयोजन किसी के विरोध में नहीं, बल्कि धार्मिक परंपराओं के निर्वहन और आस्था की रक्षा के उद्देश्य से किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले अगस्त्यमुनि में प्रस्तावित स्पोर्ट्स स्टेडियम निर्माण को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना जनसहमति इस ऐतिहासिक मैदान पर निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसे लेकर क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। लोगों ने निर्माण कार्य पर पूर्ण रोक की मांग दोहराई है।शुद्धि यज्ञ के आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और युवा मौजूद रहे। स्टेडियम निर्माण को लेकर बनी विवाद की स्थिति में धार्मिक आयोजन के माध्यम से स्थानीय लोग अपनी आस्था और सांस्कृतिक पहचान को सहेजने का संदेश दे रहे हैं।