दस्तक पहाड न्यूज दशज्यूला। स्वर्गीय श्री जगदीश काण्डपाल जी की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धा और गरिमा के साथ स्मृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनके सुपुत्र डॉ. बालकृष्ण काण्डपाल एवं अशोक प्रसाद काण्डपाल द्वारा संपादित पुस्तक ‘समर्पण’ का विधिवत विमोचन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि समर्पण केवल एक पुस्तक नहीं, बल्कि श्री जगदीश काण्डपाल जी के आदर्शों, मूल्यों और समाज के प्रति उनके निःस्वार्थ सेवा भाव का जीवंत दस्तावेज़ है। पुस्तक में

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विभिन्न लेखकों द्वारा उनके व्यक्तिगत जीवन, सामाजिक सरोकारों, संघर्षों तथा समाज निर्माण में दिए गए अतुलनीय योगदान को संवेदनशील ढंग से संकलित किया गया है। वक्ताओं ने कहा कि स्वर्गीय श्री जगदीश काण्डपाल जी केवल दशज्यूला क्षेत्र तक सीमित नहीं थे, बल्कि पूरी केदारघाटी में वे विश्वास, आदर और सेवा के प्रतीक के रूप में जाने जाते थे। समाज के हर सुख-दुख में सहभागिता, जरूरतमंदों के लिए निरंतर सहयोग और सकारात्मक सामाजिक कार्यों में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी।पुस्तक विमोचन समारोह भावुक वातावरण में सम्पन्न हुआ। उपस्थित जनों ने इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा, मार्गदर्शन और संस्कारों का महत्वपूर्ण स्रोत बताया। वक्ताओं ने कहा कि आज के समय में ऐसे व्यक्तित्वों के जीवन से युवाओं को दिशा और प्रेरणा मिलती है।इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई तथा उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।पूरा आयोजन श्रद्धा, सम्मान और स्मृतियों से ओत-प्रोत रहा, जिसने स्वर्गीय श्री जगदीश काण्डपाल जी के जीवन और कृतित्व को एक बार फिर सभी के हृदयों में जीवंत कर दिया।