दस्तक पहाड न्यूज रुद्रप्रयाग।। केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अधिनियम (मनरेगा) का नाम बदले जाने की कोशिश और अंकिता भंडारी हत्याकांड में कथित वीआईपी के नाम का खुलासा कर सजा दिलाने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी रुद्रप्रयाग ने शुक्रवार को अगस्त्यमुनि, जखोली और ऊखीमठ ब्लॉकों में विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजकर इन दोनों मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई की मांग उठाई। कांग्रेस नेताओं ने आरोप

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लगाया कि मनरेगा गरीब मजदूरों और ग्रामीण जनता के अधिकारों से जुड़ी ऐतिहासिक योजना है, जिसका नाम बदलने का प्रयास जनभावनाओं का अपमान और लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदले जाने की साजिश की गई है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मनरेगा ग्रामीण आजीविका की जीवनरेखा है और इसके नाम से छेड़छाड़ किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने इस निर्णय का पूर्ण विरोध दर्ज कराया।जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप कंडारी ने कहा कि योजनाओं के नाम बदलने की राजनीति से जनता के मुद्दे नहीं सुलझते। उन्होंने कहा कि मनरेगा ने गरीब परिवारों को रोज़गार सुरक्षा दी है और इसकी मूल पहचान को मिटाने का प्रयास गरीब विरोधी कदम है। कंडारी ने अंकिता भंडारी प्रकरण को लेकर कहा कि कथित वीआईपी का नाम सामने न आना न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है और कांग्रेस तब तक संघर्ष जारी रखेगी जब तक नाम उजागर नहीं होता और दोषियों को सख्त सजा नहीं मिलती।पूर्व विधायक मनोज रावत ने कहा कि मनरेगा ने दूरस्थ गांवों तक रोज़गार के अवसर पहुँचाए हैं, ऐसे में इस योजना की पहचान बदलने का निर्णय ग्रामीण हितों की अनदेखी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नाम बदलकर जनता को गुमराह कर रही है, जबकि मांगों पर कार्रवाई के बजाय ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। रावत ने कहा कि कांग्रेस गरीबों के हित और अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की लड़ाई सड़क से संसद तक जारी रखेगी।प्रदर्शन में नगर पंचायत अध्यक्ष अगस्त्यमुनि राजेंद्र गोस्वामी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अगस्त्यमुनि के अध्यक्ष हरीश गुसाई, जिला प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट, अवतार सिंह नेगी अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस ऊखीमठ, महावीर पंवार अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जखोली, वीरेंद्र बुटोला, वीर सिंह बुडेरा, कुवर लाल आर्य, दीपा देवी, रजनी देवी, देवेशरी देवी, उमा कैन्तुरा सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।