सुर्खियों ‌में रहने वाले हरदा इन दिनों फिर से सुर्खियों में छाए हैं। चुनावी उठा-पटक के बीच भाजपा उन्हें उनके ही एक आदेश पर घेर रही है। भाजपा नेता एवं बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने ट्विटर पर 29 दिसंबर 2016 के इस आदेश की प्रति साझा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से पूछा है कि अब वह संन्यास लेने की घोषणा कब करेंगे।

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जुमे (शुक्रवार) की नमाज की छुट्टी को लेकर भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर आमने -सामने आ गये है। हालांकि यह आरोप पुराना है जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने कार्यकाल में ऐसे किसी भी आदेश का पूर्व में खंडन कर चुके थे। हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा को चुनौती देते हुए कहा था कि यदि भाजपा उनके मुख्यमंत्रित्वकाल में जुमे की छुट्टी का कोई आदेश या अधिसूचना दिखा दे तो वह तत्काल राजनीति से संन्यास ले लेंगे। साथ ही यह भी कहा कि यदि भाजपा ऐसा प्रमाणित नहीं कर पाती है तो गृह मंत्री शाह को गलतबयानी के लिए सार्वजनिक रूप से खेद जताना होगा। अब भाजपा नेता अजेंद्र अजय ने ट्विटर पर हरीश रावत के मुख्यमंत्रित्वकाल में जारी एक आदेश की प्रति साझा की है। इसमें रमजान के महीने में पड़ने वाले जुमे की नमाज के लिए और अन्य समुदायों, संप्रदायों, धर्माेें व जातियों के कार्मिकों को भी उनसे संबंधित बड़े त्योहारों की तिथि पर सामूहिक प्रार्थना में सम्मिलित होने को विशेष अल्पावकाश (90 मिनट) की अनुमति दिए जाने की बात कही गई है। आदेश में यह भी कहा गया कि विशेष अल्पावकाश से संबंधित निर्णय लेने का अधिकार विभागाध्यक्ष का होगा। भाजपा नेता अजेंद्र ने कहा कि हरीश रावत को प्रमाण दे दिया गया है। साथ ही पूछा है कि अब वह संन्यास की घोषणा कर करेंगे या फिर झूठी बयानबाजी तक सीमित रहेंगे।