हरीश गुसाईं  / दस्तक पहाड़ न्यूज पोर्टल ब्यूरो / अगस्त्यमुनि ।। अपनी अधिवर्षता आयु पूर्ण करने पर सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी बुद्धिपाल सिंह रावत के सेवानिवृत होने पर विकास खण्ड अगस्त्यमुनि के कर्मचारियों द्वारा उन्हें भाव भीनी विदाई दी गई। उन्होंने 1983 में वि0ख0 जखोली में बतौर ग्राम पंचायत अधिकारीके रूप में अपनी सेवा का प्रारम्भ किया। 34 वर्षों तक जनपद रूद्रप्रयाग एवं टिहरी के विभिन्न ब्लॉकों में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के पद पर कार्य करने के उपरान्त वर्ष 2018 में उन्हें सहायक जिला पंचायत राज

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अधिकारी के पद पर प्रोनत्ति मिली। और आज 31 मई 2022 को वे सेवानिवृत हो रहे हैं। विदाई समारोह में न केवल उनके सहकर्मी, नाते रिश्तेदार और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति थे बल्कि दूर दराज से उनके साथ कार्य करने वाले सेवानिवृत सहकर्मी भी शामिल हुए। ब्लॉक सभागार अगस्त्यमुनि में हुए विदाई समारोह में वक्ताओं ने उनके साथ बिताये दिनों को याद करते हुए उनकी कर्तव्यनिष्ठा एवं कार्य के प्रति उनके समर्पण को याद किया। जिला पंचायत राज अधिकारी आरएस असवाल ने कहा कि श्री रावत के सेवानिवृत होने पर वे एकदम असहाय हो गये हैं। उनकी मौजूदगी मुझे हमेशा चिन्तामुक्त कर देती थी। उनके कार्य करने की शैली एवं विभागीय कार्यों की समझ उन्हें सबसे अलग दिखाती है। रायुपर देहरादून से आये खण्ड विकास अधिकारी चक्रधर सेमवाल ने बताया कि विगत 26 वर्षों से वे साथ में कार्य कर रहे हैं। इन 26 वर्षों में उन्होंने न केवल उनका मार्गदर्शन किया बल्कि एक छोटे भाई की तरह उनका ख्याल रखा। सेवानिवृत सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी एवं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गुणानन्द जुयाल ने कहा कि श्री रावत को जितनी अपने शासकीय कार्यों में महारत हासिल थी उतनी ही उन्हें अपने संगठन के कायों में भी महारत हासिल थी। सेनि जिला पंचायत राज अधिकारी सिताबसिंह नेगी ने उनके साथ संगठन में किए गये कार्यों को याद करते हुए कहा कि उनके सहयोग से ही आज पंचायत मन्त्रियों को सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी पद पर प्रमोशन मिल रहा है। सेनि बीडीओ सुरेन्द्र दत्त नौटियाल ने कहा कि उनके साथ कार्य करने में हमेशा तनाव से मुक्त रहे। क्यांेकि उनकी पकड़ अपने विभाग पर मजबूत थी ओर हर जानकारी उनके पास हर समय रहती थी। बीडीओ अगस्तयमुनि प्रवीण भट्ट ने कहा कि हालांकि उन्हें श्री रावत के साथ कार्य करने का अवसर कम मिला परन्तु श्री रावत ने अपनी कार्यप्रणाली से उन्हें काफी प्रभावित किया है। प्रधान संगठन के पूर्व अध्यक्ष विक्रम नेगी एवं पूर्व प्रधान रामचन्द्र गोस्वामी ने पंचाती राज व्यवस्था पर उनके ज्ञान एवं उनकी कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका स्वभाव हमेशा बड़ा ही मृदु रहता था। वे हर किसी की समस्या के समाधान के लिए सदैव तत्पर रहते थे। उन्होंन आशा व्यक्त की कि सेनि के बाद उनके अनुभवों का लाभ ग्रामीण जनता को मिलता रहेगा। कार्यक्रम को ग्राम पंचायत अधिकारी संगठन के जिलाध्यक्ष, बीडीओ ऊखीमठ दिनेश मैठाणी, सेनि सविअ खीमानन्द सेमवाल, सुरेन्द्र पोखरियाल, सेनि बीडीओ त्रिलोक रावत, प्रेमसिंह रावत, अनसूया प्रसाद बशिष्ठ, माधवसिंह नेगी, दिग्पाल नेगी, राजेश नेगी, पृथ्वीपाल रावत , महेश बुरियाल, उमा प्रसाद भट्ट, दिनेश खत्री सहित कई लोगों ने सम्बोधित किया।