दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड़ न्यूज  - मंदाकिनी शरदोत्सव की पहली शाम घाटी के लोकगायकों के नाम रही। सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत लोकगायिका गीता कुमोला के लोकजागर से हुई। जिसके पश्चात घाटी के सुप्रसिद्ध लोकगायक सुमान सिंह रौथाण द्वारा ल्वीछाड़ा लगीन त्वीन मांसू काटी गीत से कार्तिक स्वामी की गाथा सुनाई। वही पोखरी की सुप्रसिद्ध जागरगायिका पम्मी नवल पवित्रा टमटा ने अपने सुप्रसिद्ध जागर हुरेण्या का दिन धुरेण्या वेगी से दर्शकों से झूमने पर मजबूर कर दिया। पिंक प्लाजो

Featured Image

फेम सूर्यग्रहण श्रीवाण ने माँ मठियाणा देवी के आह्वान गीत से शुरूआत करते हुऐ अपने लोकप्रिय गीत पिंक प्लाजो से शमाँ बाँध दिया। जिसके बाद रूद्रप्रयाग से आए गीतकार अजय नौटियाल ने पाकी गेन गांव की सारी गीत की शानदार प्रस्तुति दी वही युवा दिलों की धड़कन और राॅक स्टार विजय चमोला ने दैणा होया मुनि महाराज गीत गाकर युवाओं में जोश भर दिया। उनके गीत को सुनकर युवा बड़ी देर तक थिरकते रहे। कई लोकप्रिय गीत दे चुके रूद्रप्रयाग से आए सुप्रसिद्ध लोकगायक विक्रम कपरवाण ने कांधी माँ बंन्दूकी छन, जिन्दगी च हाथ माँ और कैलाशों में रेंदा शम्भू भोलेनाथ से समाँ बाँध दिए। कार्यक्रम में पूर्व प्रधान नाकोट बलवीर लाल ने किशोर कुमार की सुप्रसिद्ध गजल खिलते है दिल यहाँ मिलके बिछुड़ने को और मोहित कुमार ने गजल की शानदार प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक रमेश प्रसाद चमोला, मेला संयोजक विक्रम नेगी, महासचिव हर्षवर्धन बेंजवाल उपस्थित रहे। मंच संचालन गंगाराम सकलानी, बलबीर लाल, अनिल कोठियाल ने संयुक्त रूप से किया। शरदोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार रात को उत्तराखंड गौरव लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी की की सांस्कृतिक प्रस्तुति आयोजित की जाएगी।