रुद्रप्रयाग जिले की अंजलि बेंजवाल ने पास की उत्तराखंड उच्च न्यायिक सेवा की परीक्षा…बनी न्यायाधीश
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04/01/20235:27 pm
दस्तक पहाड न्यूज / अगस्त्यमुनि
उत्तराखंड उच्च न्यायिक सेवा परीक्षा में रुद्रप्रयाग जिले के बेंजी गाँव निवासी अंजलि बेंजवाल का चयन हुआ है। अंजलि के पिता कात्यायनी प्रसाद बेंजवाल हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए है।अंजलि की आरम्भिक शिक्षा दिल्ली में हुई है। वर्तमान में वह उत्तराखंड हाईकोर्ट में बतौर अधिवक्ता कार्य कर रही थी। अंजलि का ससुराल पौड़ी जिले के बलोड़ी गाँव में है, उनके पति अतुल बहुगुणा भी उत्तराखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता है और वर्तमान में उत्तराखंड सरकार व केन्द्र सरकार की ओर से स्थाई अधिवक्ता के रूप में नियुक्त है। अंजलि को मिली इस सफलता पर परिजनों और अधिवक्ताओं में खुशी की लहर है।
बेंजी गाँव में रह रहे अंजलि के दादा गुणानंद बेंजवाल ने पोती की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुऐ बताया कि अंजलि बचपन से मेधावी प्रतिभा की धनी थी। आज अपनी मेहनत और लगन से उसने गाँव, क्षेत्र और संपूर्ण रुद्रप्रयाग जिले का नाम रोशन किया है। रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, बेंजी गाँव की प्रधान विमला देवी , सरपंच जगदंबा प्रसाद बेंजवाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष प्रमिला देवी, भागेश्वरी देवी, पूर्व प्रधान मनोज बेंजवाल, अगस्त्यमुनि नगर पंचायत अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल, नगर पार्षद उमा प्रसाद भट्ट समेत क्षेत्रवासियों ने अंजलि की सफलता पर बधाई दी है।
अंजली साक्षात्कार के समय अपनी 1 माह की बच्ची के साथ नैनीताल की ठंड में साक्षात्कार के लिए गई। उसने यह सफलता पहले ही प्रयास में हासिल की है। इसके लिए अंजली की तैयारी के लिए उनके ससुर और सास का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने बहू को इस कदर सहयोग किया कि आज वह सफलता के मुकाम पर है।
माता-पिता का बड़ा मार्गदर्शन
अंजली के पिता और माता का लालन पालन और मार्ग दर्शन उसकी सफलता का राज है। पिता कात्यायनी प्रसाद बेंजवाल दिल्ली विश्व विद्यालय में ज्वाइंट रजिस्ट्रार के पद से सेवा निवृत हुए हैं। अंजलि भी बचपन से दिल्ली विश्वविद्यालय कैंपस की कॉलोनी में रही है। वहीं से उसकी पढ़ाई हुई है. उनका मूल गांव रुद्रप्रयाग जिले का प्रसिद्ध बेंजी गांव है। इस सफलता से हमारे पूरे गांव में खुशी की लहर है। अंजली का कहना है कि उसकी कोशिश होगी कि वह न्यायिक सेवा में उच्च मानदंड स्थापित करेगी और इस सेवा के माध्यम से प्रत्येक जरूरतमंद को न्याय मिल सके।
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रुद्रप्रयाग जिले की अंजलि बेंजवाल ने पास की उत्तराखंड उच्च न्यायिक सेवा की परीक्षा…बनी न्यायाधीश
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दस्तक पहाड न्यूज / अगस्त्यमुनि
उत्तराखंड उच्च न्यायिक सेवा परीक्षा में रुद्रप्रयाग जिले के बेंजी गाँव निवासी अंजलि बेंजवाल का चयन हुआ है। अंजलि के पिता कात्यायनी प्रसाद बेंजवाल हाल
ही में दिल्ली विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए है।अंजलि की आरम्भिक शिक्षा दिल्ली में हुई है। वर्तमान में वह उत्तराखंड हाईकोर्ट में बतौर अधिवक्ता
कार्य कर रही थी। अंजलि का ससुराल पौड़ी जिले के बलोड़ी गाँव में है, उनके पति अतुल बहुगुणा भी उत्तराखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता है और वर्तमान में उत्तराखंड
सरकार व केन्द्र सरकार की ओर से स्थाई अधिवक्ता के रूप में नियुक्त है। अंजलि को मिली इस सफलता पर परिजनों और अधिवक्ताओं में खुशी की लहर है।
बेंजी गाँव में रह रहे अंजलि के दादा गुणानंद बेंजवाल ने पोती की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुऐ बताया कि अंजलि बचपन से मेधावी प्रतिभा की धनी थी। आज
अपनी मेहनत और लगन से उसने गाँव, क्षेत्र और संपूर्ण रुद्रप्रयाग जिले का नाम रोशन किया है। रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, बेंजी गाँव की प्रधान विमला
देवी , सरपंच जगदंबा प्रसाद बेंजवाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष प्रमिला देवी, भागेश्वरी देवी, पूर्व प्रधान मनोज बेंजवाल, अगस्त्यमुनि नगर पंचायत अध्यक्ष अरूणा
बेंजवाल, नगर पार्षद उमा प्रसाद भट्ट समेत क्षेत्रवासियों ने अंजलि की सफलता पर बधाई दी है।
एक माह की बेटी और कड़ाके की ठंड के बीच दी परीक्षा
अंजली साक्षात्कार के समय अपनी 1 माह की बच्ची के साथ नैनीताल की ठंड में साक्षात्कार के लिए गई। उसने यह सफलता पहले ही प्रयास में हासिल की है। इसके लिए अंजली
की तैयारी के लिए उनके ससुर और सास का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने बहू को इस कदर सहयोग किया कि आज वह सफलता के मुकाम पर है।
माता-पिता का बड़ा मार्गदर्शन
अंजली के पिता और माता का लालन पालन और मार्ग दर्शन उसकी सफलता का राज है। पिता कात्यायनी प्रसाद बेंजवाल दिल्ली विश्व विद्यालय में ज्वाइंट रजिस्ट्रार के
पद से सेवा निवृत हुए हैं। अंजलि भी बचपन से दिल्ली विश्वविद्यालय कैंपस की कॉलोनी में रही है। वहीं से उसकी पढ़ाई हुई है. उनका मूल गांव रुद्रप्रयाग जिले का
प्रसिद्ध बेंजी गांव है। इस सफलता से हमारे पूरे गांव में खुशी की लहर है। अंजली का कहना है कि उसकी कोशिश होगी कि वह न्यायिक सेवा में उच्च मानदंड स्थापित
करेगी और इस सेवा के माध्यम से प्रत्येक जरूरतमंद को न्याय मिल सके।