इस बार शुभप्रभात केदार स्तोत्र से गुंजायमान होगी केदार पुरी, वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने दिया स्वर
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01/03/20233:39 pm
दस्तक पहाड न्यूज। रुद्रप्रयाग
आगामी 25 अप्रैल को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद पहली बार केदार पुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र से गुंजायमान होगी। शुभप्रभात केदार स्तोत्र के उच्चारण से जहाँ केदार पुरी का वातावरण भक्तिमय होगा, वही केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से रूबरू होगें।
शुभप्रभात केदार स्तोत्र को बद्री केदार मन्दिर समिति के वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने स्वर दिया है, जबकि पण्डौ स्टूडियो श्रीनगर ने संगीत दिया है। स्तोत्र में 15 पदों को शामिल किया गया है। स्तोत्र के प्रथम तीन पदों को शिव पुराण के सृष्टिखण्ड के रूद्र संहिता से लिया गया है, बाकी 12 पदों को दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल ने लिखा है। स्तोत्र के उच्चारण व गायन से जहाँ ब्रह्म बेला से ही केदार पुरी का वातावरण भक्तिमय बना रहेगा, वहीं भगवान केदारनाथ के दर पर पहुंचने वाले शिव भक्तों को भगवान शंकर की महिमा का विस्तृत ज्ञान होगा। स्तोत्र को स्वर देने वाले वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रकाशन की लालसा बहुत पहले थी, मगर भगवान केदारनाथ की आज्ञा स्वरूप ही शुभप्रभात केदार स्तोत्र का प्रकाशन हो पाया है। कहा भविष्य में यदि ईश्वर का आदेश हुआ तो केदार घाटी के अन्य तीर्थों की महिमा पर भी स्तोत्र प्रकाशन का प्रयास किया जायेगा। मन्दिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती का कहना है कि मृत्युंजय हिरेमठ, दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल व पण्डौ स्टूडियो श्रीनगर के प्रयासों से पहली बार केदार पुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से गुंजायमान होगा तथा शिव भक्तों के मन में भगवान केदारनाथ के प्रति अगाध श्रद्धा बनेगी। कार्यधिकारी आर सी तिवारी का कहना है कि केदार घाटी में मन्दिर समिति के अधीन संचालित शिवालयों में भी ब्रह्म बेला पर शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रसारण का प्रस्ताव अगली बोर्ड बैठक में रखा जायेगा।
इस बार शुभप्रभात केदार स्तोत्र से गुंजायमान होगी केदार पुरी, वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने दिया स्वर
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आगामी 25 अप्रैल को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद पहली बार केदार पुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र से गुंजायमान होगी। शुभप्रभात केदार स्तोत्र के
उच्चारण से जहाँ केदार पुरी का वातावरण भक्तिमय होगा, वही केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से रूबरू होगें।
शुभप्रभात केदार स्तोत्र को बद्री केदार मन्दिर समिति के वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने स्वर दिया है, जबकि पण्डौ स्टूडियो श्रीनगर ने संगीत दिया है। स्तोत्र
में 15 पदों को शामिल किया गया है। स्तोत्र के प्रथम तीन पदों को शिव पुराण के सृष्टिखण्ड के रूद्र संहिता से लिया गया है, बाकी 12 पदों को दिल्ली निवासी अंकुर
नागपाल ने लिखा है। स्तोत्र के उच्चारण व गायन से जहाँ ब्रह्म बेला से ही केदार पुरी का वातावरण भक्तिमय बना रहेगा, वहीं भगवान केदारनाथ के दर पर पहुंचने वाले
शिव भक्तों को भगवान शंकर की महिमा का विस्तृत ज्ञान होगा। स्तोत्र को स्वर देने वाले वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र के
प्रकाशन की लालसा बहुत पहले थी, मगर भगवान केदारनाथ की आज्ञा स्वरूप ही शुभप्रभात केदार स्तोत्र का प्रकाशन हो पाया है। कहा भविष्य में यदि ईश्वर का आदेश हुआ
तो केदार घाटी के अन्य तीर्थों की महिमा पर भी स्तोत्र प्रकाशन का प्रयास किया जायेगा। मन्दिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती का कहना है कि मृत्युंजय हिरेमठ,
दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल व पण्डौ स्टूडियो श्रीनगर के प्रयासों से पहली बार केदार पुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से गुंजायमान होगा तथा शिव
भक्तों के मन में भगवान केदारनाथ के प्रति अगाध श्रद्धा बनेगी। कार्यधिकारी आर सी तिवारी का कहना है कि केदार घाटी में मन्दिर समिति के अधीन संचालित
शिवालयों में भी ब्रह्म बेला पर शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रसारण का प्रस्ताव अगली बोर्ड बैठक में रखा जायेगा।