विनोद नौटियाल  / ऊखीमठ  दस्तक पहाड न्यूज- पंचकेदारों में स्थित तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट उमंग और उत्साह के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच 10 बजकर 50 मिनट पर खोल दिए गये हैं।500 से अधिक श्रृद्धालु कपाटोद्घाटन के साक्षी बने।

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तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली बाबा भोलेनाथ के जयकारों के साथ प्रातः साढ़े आठ बजे चोपता से रवाना हुई । सैकड़ों भक्तों के साथ डोली साढ़े नौ बजे भुजगली बुग्याल पहुंची जहां पर अल्प विश्राम के दौरान लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ द्वारा जलपान के साथ भण्डारे का आयोजन भी किया गया इस दौरान हल्की वर्फवारी भी हुई। बुग्यालों और पगडंडियों से होते हुए तुंगनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली 10 बजकर 30 मिनट पर मन्दिर परिसर पहुंची मन्दिर की तीन परिक्रमा करने के पश्चात डोली पार्वती मन्दिर में विराजमान हो गई जहां पर पुजारियों द्वारा डोली से भोगमूर्ति को उतारकर गर्भगृह में ले जाया गया जहां पर मठाधिपति राम प्रसाद मैठाणी के हाथों दान व अन्य पूजायें सम्पन हुई जिसके बाद भोग मूर्ति को छः माह की ग्रीष्मकालीन पूजा के लिए गर्भगृह में स्थापित किया गया। कपाट बंद होते समय स्वयंभू लिंग को दी गई समाधि के पुष्पों को मौजूद भक्तों में प्रसाद रूप में वितरित किया गया। तुंगनाथ मंदिर को देहरादून के सुरेन्द्र असवाल, अगस्त्यमुनि निवासी धीर सिंह नेगी एवं मक्कू गांव के योगेन्द्र भण्डारी के सहयोग से आठ कुंटल फूलों से सजाया गया था। कपाट खुलने के मौके पर डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित,प्रबन्धक बलबीर सिंह नेगी, चन्द्रमोहन बज्वाल, मन्दिर समिति के पूर्व सदस्य शिव सिंह रावत, व्यापार संघ ऊखीमठ के अध्यक्ष राजीव भट्ट,प्रकाश गुसाईं, आशीष राणा,संन्दीप रावत, राजेन्द्र खण्डूड़ी,प्रेम सिंह राणा, भगवती प्रसाद सेमवाल, जसबीर बज्वाल,पैमासिंह नेगी, पंचपुरोहित रवीन्द्र मैठाणी,प्रकाश मैठाणी, विनोद मैठाणी, गीता राम मैठाणी,विजय भारत मैठाणी,अजय मैठाणी, अखिलेश मैठाणी,प्रदीप मैठाणी सहित जमाणी संन्दीप आनन्द प्रमोद सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।