दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि / दस्तक पहाड न्यूज-  केदारघाटी में महिला समूहों द्वारा बनाये गए केदारनाथ व अन्य मंदिरों के प्रतीक व अन्य पेंटिंग श्रद्धालुओं को खूब पसंद आ रही हैं। यात्रियों के उत्साह से स्थानीय स्तर पर महिला समूहों व बालिकाओं को रोजगार मिल रहा है। इसे देखते हुए अगस्त्यमुनि में भी अब श्री केदार बद्री सोविनियर हस्तशिल्प के माध्यम से केदारनाथ मंदिर के प्रतीक बनाए जाने की शुरुआत हो चुकी है। बुधवार को व्यापार संघ अध्यक्ष त्रिभुवन नेगी ने केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा यह स्वरोजगार की अच्छी पहल है, इससे नगर को भी पहचान मिलेगी साथ ही महिलाओ को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। हस्तशिल्प केन्द्र को संचालित कर रहे राजेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि श्री केदार बदरी स्वयं सहायता समूह की आठ महिलाओं द्वारा केदारनाथ मंदिर समेत अन्य

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मंदिरों के सोविनियर तैयार किए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार उत्पन्न होगा और हमारी मातृशक्ति भी आत्मनिर्भर होंगी। श्री केदार बदरी स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा मीना देवी ने बताया कि शुरुआती तौर पर अभी आठ महिलाऐ इस कार्य को कर रही है, इसमें कंप्यूटर पर डिजायन तैयार कर उसे सीएनसी थ्री डी लेजर कटिंग मशीन में ट्रांसफर्मर किया जाता है। मशीन में डिजायन तैयार होने के साथ उसकी कटिंग हो जाती है। अब, डिजायन के अनुसार, कटिंग हुए प्रत्येक हिस्से को जोड़कर प्रतीक तैयार किए जाते हैं। इन्हें एपण के साथ रंग-रंगोन से संवारा जाता है।यहाँ पेनदान, गुलदस्ता, दीवार घड़ी, स्मृति चिन्ह, वॉल पेटिंग, दीये, मोबाइल रखने के स्टैंड आदि भी तैयार किए जा रहे हैं।मंदिरों के प्रतीक व अन्य पेंटिंग के लिए मलेशियाई वुड का इस्तेमाल हो रहा है। यह लकड़ी हल्के भूरे रंग की शीट के रूप में मंगाई जाती हैं। इस अवसर पर श्री अगस्त्य रामलीला कमेटी के डायरेक्टर सुशील गोस्वामी, विक्रम फरस्वाण, हेमन्त फरस्वाण, राजवीर नेगी, सुमन जमलोकी, सुलोचना देवी, विलोचना रावत, मंजू ममगाई, डा आशुतोष भंडारी, मानवेंद्र नेगी, जे पी सकलानी सहित समूह की सचिव सरला देवी, कोषाध्यक्ष रीना देवी, कमला देवी, सोनी देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाऐ मौजूद रही।