आपदा की घड़ी में प्रशासन बना सहारा, हर मोर्चे पर दिखी तत्परता, खाद्य आपूर्ति और राहत सामग्री को प्राथमिकता
1 min read30/08/2025 7:22 pm
दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि।। जनपद रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्रांतर्गत ताल जामण, छेनागाड़ एवं स्यूर गांवों में गुरुवार देर रात हुई अतिवृष्टि ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। जलप्रलय और मलबे की चपेट में कई लोग व पशु लापता हो गए, वहीं घरों व बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा। संकट की इस घड़ी में जिला प्रशासन राहत व बचाव कार्यों में पूरी तरह सक्रिय नजर आया और लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई गई।
जिलाधिकारी ने संभाली कमान – जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने आपदा की जानकारी मिलते ही उच्च स्तरीय नोडल अधिकारियों की टीम प्रभावित क्षेत्रों में भेजी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि राहत एवं पुनर्वास कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया जाए। प्रशासन की तत्परता से शुक्रवार से ही राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिए गए, जो शनिवार को भी जारी रहे।
पशुपालन विभाग का योगदान- मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आशीष रावत के अनुसार अब तक क्षेत्र से 15 पशु लापता होने की जानकारी मिली है। इनमें 1 बछिया, 3 बैल, 8 गाय और 3 भैंस शामिल हैं। 2 पशुओं को मलबे से बाहर निकाला गया और 15 घायल पशुओं का मौके पर उपचार किया गया। विभाग की 11 सदस्यीय टीम विभिन्न स्थानों पर तैनात है।
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मानव जीवन की सुरक्षा प्राथमिकता – छेनागाड़ क्षेत्र में हालात गंभीर बताए जा रहे हैं। नोडल अधिकारी प्रेम सिंह रावत ने बताया कि यहां 8 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। प्रशासन ने 2 घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराया। प्रभावित भवनों और विद्यालयों का भी निरीक्षण किया गया।
ऊर्जा विभाग ने बहाल की रोशनी
आपदा के कारण ताल जामण और डूंगर गांव में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। ऐसे में ऊरेडा विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ताल जामण में 15 और डूंगर में 10 सोलर लाइटें स्थापित कीं। वहीं बिजली विभाग भी आपूर्ति बहाल करने में जुटा है।
खाद्य आपूर्ति और राहत सामग्री
जिला पूर्ति अधिकारी के.एस. कोहली ने बताया कि प्रभावित परिवारों को 25 खाद्यान्न पैकेट, 5000 पानी की बोतलें, 5000 नमकीन पैकेट और 250 अतिरिक्त राशन किट उपलब्ध कराई गई हैं। जरूरत पड़ने पर आगे भी राहत सामग्री भेजी जाएगी।
तालजामण की पेयजल लाइन हुई दुरुस्त – अत्यधिक वर्षा के कारण भूस्खलन एवं मलवा आने से तालजामण गांव हेतु पेयजल आपूर्ति लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे ग्रामीणों को असुविधा का सामना करना पड़ा। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं कर्मियों को मौके पर भेजा। टीम द्वारा युद्धस्तर पर कार्यवाही करते हुए क्षतिग्रस्त लाइन को दुरुस्त किया गया तथा मात्र कुछ ही घंटों के भीतर तालजामण में पुनः नियमित पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी गई। प्रशासन की इस तत्परता से प्रभावित ग्रामीणों ने राहत महसूस की और समय पर की गई कार्रवाई की सराहना की। जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु लगातार निगरानी एवं आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
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