छेनागाड आपदा: युद्ध स्तर पर जारी है सर्च एवं रेस्क्यू अभियान, ड्रोन कैमरे व आधुनिक उपकरणों की ली जा रही मदद
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11/09/20255:50 pm
दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि।।
जनपद रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत छेनागाड़ गांव में 28 अगस्त की रात को आई भीषण दैवीय आपदा ने जहां जन-जीवन को गहराई तक प्रभावित किया है, वहीं आपदा के पश्चात् लापता हुए 08 लोगों की खोज हेतु जिला प्रशासन द्वारा लगातार युद्ध स्तर पर प्रयास जारी हैं।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीआरडीएफ और पुलिस की संयुक्त टीमें दिन-रात लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। रेस्क्यू टीमें मलबे की गहराई तक जाकर सर्चिंग कर रही हैं, ताकि लापता लोगों का कोई सुराग मिल सके। इस कार्य में ड्रोन कैमरों और आधुनिक उपकरणों की मदद ली जा रही है, जिससे मलबे के अंदर तक संभावित लोकेशन का पता लगाया जा सके।
आज गुरुवार को भी रेस्क्यू टीमों द्वारा मैनुअल सर्चिंग के साथ-साथ जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने और गहरी खुदाई का कार्य किया गया। प्रशासन ने खोजबीन की गति को और तेज करने के लिए तकनीकी उपकरणों को शामिल किया है। लोक निर्माण विभाग द्वारा आपदा में क्षतिग्रस्त छेनागाड़ मार्ग को बड़ी मशीनों के संचालन हेतु सुचारू कर लिया गया है, जिससे राहत एवं बचाव कार्य में तेजी आई है।सर्च अभियान की जानकारी देते हुए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सभी लापता व्यक्तियों की खोज हेतु सघन प्रयास किए जा रहे हैं। इस अभियान की मॉनिटरिंग जिलाधिकारी स्वयं कर रहे हैं और समय-समय पर मौके का निरीक्षण भी कर रहे हैं।आपदा के बाद से प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में न केवल राहत और बचाव कार्य जारी है बल्कि प्रभावितों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत आपदा प्रभावित गांव बक्शीर बांगर, तालजामण, बड़ेथ, स्यूर और उछोला में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार डटी हुई हैं। अब तक इन टीमों द्वारा 1036 लोगों का चिकित्सा परीक्षण किया जा चुका है। आवश्यकतानुसार प्रभावितों को दवाइयां भी वितरित की गई हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मौके पर ही उपलब्ध कराई जा रही हैं।प्रशासनिक स्तर पर राहत एवं पुनर्वास कार्यों को गति देने के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। प्रभावित परिवारों को आवश्यक सामग्री, अस्थायी आश्रय एवं खाद्य आपूर्ति उपलब्ध कराई गई है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि लापता लोगों की खोज पूरी ताक़त और संसाधनों के साथ जारी रहेगी।जिलाधिकारी ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में चल रहे रेस्क्यू अभियान में धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के साथ सहयोग करें।
छेनागाड आपदा: युद्ध स्तर पर जारी है सर्च एवं रेस्क्यू अभियान, ड्रोन कैमरे व आधुनिक उपकरणों की ली जा रही मदद
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जनपद रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत छेनागाड़ गांव में 28 अगस्त की रात को आई भीषण दैवीय आपदा ने जहां जन-जीवन को गहराई तक प्रभावित किया है, वहीं
आपदा के पश्चात् लापता हुए 08 लोगों की खोज हेतु जिला प्रशासन द्वारा लगातार युद्ध स्तर पर प्रयास जारी हैं।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीआरडीएफ और पुलिस की संयुक्त
टीमें दिन-रात लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। रेस्क्यू टीमें मलबे की गहराई तक जाकर सर्चिंग कर रही हैं, ताकि लापता लोगों का कोई सुराग मिल सके।
इस कार्य में ड्रोन कैमरों और आधुनिक उपकरणों की मदद ली जा रही है, जिससे मलबे के अंदर तक संभावित लोकेशन का पता लगाया जा सके।
आज गुरुवार को भी रेस्क्यू टीमों द्वारा मैनुअल सर्चिंग के साथ-साथ जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने और गहरी खुदाई का कार्य किया गया। प्रशासन ने खोजबीन
की गति को और तेज करने के लिए तकनीकी उपकरणों को शामिल किया है। लोक निर्माण विभाग द्वारा आपदा में क्षतिग्रस्त छेनागाड़ मार्ग को बड़ी मशीनों के संचालन हेतु
सुचारू कर लिया गया है, जिससे राहत एवं बचाव कार्य में तेजी आई है।सर्च अभियान की जानकारी देते हुए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सभी
लापता व्यक्तियों की खोज हेतु सघन प्रयास किए जा रहे हैं। इस अभियान की मॉनिटरिंग जिलाधिकारी स्वयं कर रहे हैं और समय-समय पर मौके का निरीक्षण भी कर रहे
हैं।आपदा के बाद से प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में न केवल राहत और बचाव कार्य जारी है बल्कि प्रभावितों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान
दिया जा रहा है। बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत आपदा प्रभावित गांव बक्शीर बांगर, तालजामण, बड़ेथ, स्यूर और उछोला में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार डटी हुई
हैं। अब तक इन टीमों द्वारा 1036 लोगों का चिकित्सा परीक्षण किया जा चुका है। आवश्यकतानुसार प्रभावितों को दवाइयां भी वितरित की गई हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य
सेवाएं मौके पर ही उपलब्ध कराई जा रही हैं।प्रशासनिक स्तर पर राहत एवं पुनर्वास कार्यों को गति देने के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। प्रभावित
परिवारों को आवश्यक सामग्री, अस्थायी आश्रय एवं खाद्य आपूर्ति उपलब्ध कराई गई है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि लापता लोगों की खोज पूरी ताक़त और
संसाधनों के साथ जारी रहेगी।जिलाधिकारी ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में चल रहे रेस्क्यू अभियान में धैर्य बनाए रखें और
प्रशासन के साथ सहयोग करें।