दीपक बेंजवाल  / दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि।। रुद्रप्रयाग जनपद में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। ताज़ा मामला क्रांच पर्वत स्थित कार्तिक स्वामी धाम का है, जहां मंदिर के मुख्य पुजारी नन्द्रपुरी महाराज पर अचानक बंदरों ने हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार, महाराज जी मंदिर में पूजा-अर्चना कर बाहर आ रहे थे, तभी बंदरों ने उन पर धावा बोल दिया। हमले में पुजारी के चेहरे पर गंभीर चोटें आई हैं। कार्तिकेय मंदिर समिति के अध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी द्वारा प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग को भेजे गए

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पत्र में बताया गया है कि क्षेत्र में लगातार बंदरों की संख्या बढ़ रही है। ग्रामीणों और श्रद्धालुओं के बीच दहशत का माहौल बना हुआ है। समिति का आरोप है कि वन विभाग अन्य जगहों से बंदरों को पकड़कर कार्तिक स्वामी और घिमतोली के जंगलों में छोड़ रहा है, जिससे यहां का संकट और गहराता जा रहा है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि घायल पुजारी को उचित मुआवजा दिया जाए और बंदरों की समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए। मंदिर समिति ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए तो क्षेत्र के धार्मिक और सामाजिक वातावरण पर गंभीर असर पड़ सकता है। बंदरों का बढ़ता आतंक : उत्तराखंड की बड़ी चुनौती पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड के कई हिस्सों में बंदरों का आतंक लोगों की रोजमर्रा की ज़िंदगी पर भारी पड़ रहा है। खेतों की फसलें तबाह हो रही हैं, बच्चों और बुजुर्गों पर आए दिन हमले की घटनाएँ सामने आ रही हैं। गांव से लेकर धार्मिक स्थलों तक बंदरों का खतरा बढ़ता जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही और योजनाओं की कमी के चलते हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। ग्रामीणों व मंदिर समिति की मांग है कि सरकार इस गंभीर समस्या पर ठोस नीति बनाकर जल्द अमल करे, ताकि श्रद्धालु और आम नागरिक सुरक्षित वातावरण में जीवनयापन कर सकें।