राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर जागरूकता शिविर आयोजित
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10/10/20258:08 pm
दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि।।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में शुक्रवार को “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस” के अवसर पर एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और अतिथियों के बैच अलंकरण के साथ हुआ। इस अवसर पर एनएसएस स्वयंसेवियों ने स्वागत गीत ‘लक्ष्य गीत’ की सुंदर प्रस्तुति दी।कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रुद्रप्रयाग तथा स्वास्थ्य विभाग रुद्रप्रयाग के अधिकारियों ने सहभागिता की। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. सीताराम नैथानी ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में मानसिक रूप से स्वस्थ रहना सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अपनी आवश्यकताओं को सीमित रखकर जीवन को खुशहाल बनाया जा सकता है। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. दलीप बिष्ट ने कहा कि संवाद मानसिक संतुलन बनाए रखने का सबसे प्रभावी साधन है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से अधिवक्ता श्रीमती यशोदा खत्री ने छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी टोल-फ्री हेल्पलाइन की जानकारी दी और उन्हें अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग रुद्रप्रयाग की मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दीपाली नौटियाल ने विपरीत परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखने और अनावश्यक दवाओं के सेवन से बचने की सलाह दी। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विष्णु कुमार शर्मा ने स्वयंसेवियों से आग्रह किया कि वे समाज में सकारात्मक वातावरण बनाकर मानसिक तनाव को कम करने में सहयोग करें। यूथ रेड क्रॉस की नोडल अधिकारी डॉ. तनुजा मौर्य ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य आज की प्रमुख चुनौती है, जिसे आत्म-प्रेरणा और आत्म-जागरूकता से संभाला जा सकता है।
इस अवसर पर एंट्री ड्रग सेल की ओर से तंबाकू निषेध शपथ दिलाई गई तथा “मानसिक स्वास्थ्य एवं योग/खेल” विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता में मौली भट्ट ने प्रथम, अंकित ने द्वितीय, प्रभात सिंह ने तृतीय तथा दिव्यांशु ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में डॉ. हरिओम शरण बहुगुणा और डॉ. सतीश तिवारी शामिल रहे।
शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से श्री देवेंद्र बिष्ट, स्वास्थ्य विभाग से श्री विपिन सेमवाल, श्री दिगपाल कंडारी, तथा श्री नागेश्वर प्रसाद सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एनएसएस स्वयंसेवियों ने भाग लिया। अंत में प्रतिभाग करने वाले स्वयंसेवियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
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राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में शुक्रवार को “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस” के अवसर पर एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और अतिथियों के बैच अलंकरण के साथ हुआ। इस अवसर पर एनएसएस स्वयंसेवियों ने स्वागत गीत
‘लक्ष्य गीत’ की सुंदर प्रस्तुति दी।कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रुद्रप्रयाग तथा स्वास्थ्य विभाग रुद्रप्रयाग के अधिकारियों ने सहभागिता
की। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. सीताराम नैथानी ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में मानसिक रूप से स्वस्थ रहना सबसे बड़ी आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि अपनी आवश्यकताओं को सीमित रखकर जीवन को खुशहाल बनाया जा सकता है। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. दलीप बिष्ट ने कहा कि संवाद मानसिक संतुलन बनाए रखने
का सबसे प्रभावी साधन है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से अधिवक्ता श्रीमती यशोदा खत्री ने छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी टोल-फ्री हेल्पलाइन की जानकारी दी और उन्हें अपने
अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग रुद्रप्रयाग की मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दीपाली नौटियाल ने विपरीत
परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखने और अनावश्यक दवाओं के सेवन से बचने की सलाह दी। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विष्णु कुमार शर्मा ने स्वयंसेवियों से
आग्रह किया कि वे समाज में सकारात्मक वातावरण बनाकर मानसिक तनाव को कम करने में सहयोग करें। यूथ रेड क्रॉस की नोडल अधिकारी डॉ. तनुजा मौर्य ने कहा कि मानसिक
स्वास्थ्य आज की प्रमुख चुनौती है, जिसे आत्म-प्रेरणा और आत्म-जागरूकता से संभाला जा सकता है।
इस अवसर पर एंट्री ड्रग सेल की ओर से तंबाकू निषेध शपथ दिलाई गई तथा “मानसिक स्वास्थ्य एवं योग/खेल” विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता
में मौली भट्ट ने प्रथम, अंकित ने द्वितीय, प्रभात सिंह ने तृतीय तथा दिव्यांशु ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में डॉ. हरिओम शरण बहुगुणा
और डॉ. सतीश तिवारी शामिल रहे।
शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से श्री देवेंद्र बिष्ट, स्वास्थ्य विभाग से श्री विपिन सेमवाल, श्री दिगपाल कंडारी, तथा श्री नागेश्वर प्रसाद सहित
महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एनएसएस स्वयंसेवियों ने भाग लिया। अंत में प्रतिभाग करने वाले स्वयंसेवियों
को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।